देहरादून विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन आज विभिन्न मुद्दों को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। उक्रांद ने भू-कानून की मांग को लेकर विधानसभा कूच किया, जिस दौरान पुलिस ने उन्हें बेरिकेडिंग लगाकर रोक दिया।
देहरादून विशेष संवाददाता
विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन आज विभिन्न मुद्दों को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। उक्रांद ने भू-कानून की मांग को लेकर विधानसभा कूच किया, जिस दौरान पुलिस ने उन्हें बेरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग पर चढ़ उसे पार करने की भी कोशिश की। यूकेडी कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ हल्की धक्का-मुक्की भी हुई, जिसके बाद सभी प्रदर्शनकारी वहीं धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। उक्रांद अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी आज के इस प्रदर्शन से उत्साहित होकर कहा कि यूकेडी की इस भूमिका और मजबूती को देख ऐसा लगता है कि इस बार पार्टी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी। क्योंकि इस बार पार्टी के पास विभिन्न मुद्दे और दिग्गज नेता भी हैं। वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि, इस बार दल ने यह ठाना है, दिल्ली वाले दलों को भगाना है। इस बार उक्रांद आर पार की लड़ाई लड़ेगा। सेमवाल ने कहा कि, जनता समझ चुकी है कि आज भी जनता के मुद्दे वहीं के वहीं खड़े है। रोजगार के लिए आज भी लोग धरनों पर बैठे है, उनकी मांगें आज भी नहीं सुनी जा रही है। सरकार ने डीएलएड की भर्तियां लागू नहीं कि, पुलिस ग्रेडपे लागू नहीं किया, फार्मिसिस्ट, लैब टेक्नीशियन, परिवहन निगम की भर्तियां लागू नहीं की।
यूकेडी नेता मोहन काला ने कहा कि जनता समझ चुकी है जो उन्होंने प्रचंड बहुमत आज से साढ़े चार पहले दिया था वो एक भूल थी, साढे चार साल में भाजपा ने उत्तराखंड को तीन मुख्यमंत्री सौंपे है, जो हर मोर्चे पर विफल रहे। सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि दिल्ली से लेकर उत्तराखंड में भाजपा की सरकार है, तब भी सरकार सशक्त भुकानून बनाने के साथ-साथ हर मुद्दे पर विफल रही है। इस बार यूकेडी सरकार बनाने में कामयाब होगी और जनता की मांगों को उनके मुद्दों पर उनके साथ है। इस दौरान यूकेडी नेता एपी जुयाल, संजय बहुगुणा, सुलोचना ईष्टवाल, वीरेंद्र थापा, जयप्रकाश उपाध्याय, दीपक रावत, सुनील ध्यानी, किरन रावत, मीनाक्षी घिल्डियाल सहित सैकडों कार्यकर्ता शामिल रहे।