रामनगर शिक्षा विभाग में चहेतों की जमकर मौज हो रही है। मुख्य सचिव ने राज्य में तबादला सत्र शून्य किया हुआ है लेकिन सूत्रों की माने तो शैलेन्द्र जोशी और राम चन्द्र पांडे को रामनगर बोर्ड में शोधकर्ता के पद पर तैनात कर दिया गया है।। गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के आदेश के बाद मुख्य सचिव ने राज्य में तबादला सत्र शून्य कर दिया था लेकिन शिक्षा विभाग में मानो सरकार और मुख्य सचिव के आदेशों के कोई खास मायने नहीं है जिससे यह साफ हो जाता है कि राज्य में आम और खास के लिए नियम अलग अलग है। शिक्षा विभाग ने एक बार फिर नियमो को ठेंगा दिखाते चहेतों को लाभ पहुँचाने के का काम किया है जिससे राज्य के शिक्षकों में भी अंदर खाने रोष दिखाई दे रहा है। दरअसल लम्बे समय से शिक्षक तबादलों की मांग को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे है लेकिन अभी तक तबादलों को लेकर ठोस कदम नही उठाये गए है।। वही सूत्रों के अनुसार दोनों शिक्षकों एडजेस्टमेंट में भी गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा गया। गोपनीय तरीके इस एडजेस्टमेंट पर सवाल भी खड़े होने लगे है।।