कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत तथा सल्ट के पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत किसी जमाने में दांत काटी रोटी कहा जाता था तीन दशक से अधिक गुरु चेले का सफर रहा रावत के शासनकाल में श्री रणजीत की तूती बोलती थी इसके बिना पत्ता भी नहीं हिलता था एकाएक कुछ वर्षों से इतनी जबरदस्त खटखटा हो गई है कि एक दूसरे को देखना तक नहीं चाह रहे हैं गुरुवार को रंजीत रावत ने जो अपने गुरु के ऊपर बोल के बम फेंके हैं राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है अब गुरु चेला की लड़ाई सड़कों पर आ गई है चेले में गुरु पर गंभीर आरोप लगाकर सनसनी पैदा कर दी है मजे की बात की है हरीश रावत सल्ट उप विधानसभा चुनाव में कल सभा को संबोधित कर रहे थे उसी समय सोशल मीडिया पर उसके चेले रणजीत ने ऐसा बम से वार किया की राजनीति को में तहलका मच गया उन्होंने हरदा पर आरोप लगाया अपनी कुर्सी बचाने के लिए श्मशान घाट पर तंत्र विद्या की पूजा करने का रहस्योद्घाटन कर दिया उधर कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक कल मतदान होने के पश्चात रंजीत रावत को कांग्रेस पार्टी नोटिस दे सकती है पिता पुत्र को कांग्रेस से अलविदा कर सकते हैं सूत्रों के मुताबिक रंजीत के बयान के बाद हरीश रावत ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है अब किसी भी कीमत पर रंजीत रावत को कांग्रेस में नहीं रहने देगा ध्यान देने की बात यह है कि सॉल्ट विधानसभा चुनाव में रंजीत रावत के पुत्र कांग्रेस से प्रमुख प्रबल दावेदार थे यहां तक की प्रदेश के बड़े नेताओं ने भी उसके पुत्र की पैरवी की थी परंतु हरीश रावत ने गंगा पंचोली को टिकट दिला दिया था यहीं कारण है कि पिता-पुत्र चुनाव से नदारद हैं बताया जाता है कि उन्हें मनाने का भी प्रयास किया गया उनकी वह नहीं माने चर्चाओं के मुताबिक रणजीत रावत आप पार्टी में शामिल हो सकते हैं बरहाल उत्तराखंड की जनता गुरु चेले की लड़ाई बड़ी दिलचस्पी से देख रही है वही विरोधी दल के नेता भी विभिन्न तरह की चुटकी लेने ले रहे हैं अब देखना यह होगा कांग्रेस हाई कमांड का क्या रुख अपना आती है बालाजी रंजीत रावत के बयान पर उनके गुरु ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है पंतु गुरुवार को हरदा की सभा मैं कितना फर्क पड़ता है तो कल जनता शनिवार को मतदान करके निर्णय लेगी किस पर भरोसा करती है बीजेपी व कांग्रेस के लिए सीट प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है राजनीतिक पंडितों का मानना है रणजीत रावत ने सोशल मीडिया में हरीश रावत के खिलाफ बयान देकर आग में घी का काम किया है हालांकि हरीश रावत के दोनों हाथ में लड्डू है चुनाव का परिणाम कुछ भी हो यदि गंगा पंचोली जीत जाती है तब भी रणजीत की छुट्टी होना तय है यदि रिजल्ट उल्टा होता है तो यह कह कर कि भितरघात हुआ और चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लिया उसकी छुट्टी होना लगभग तय है बरहाल एक गुरु चेले का हैरतअंगेज अजीबोगरीब मामला है अब देखना यह है हाई कमांड कितनी गंभीरता से इस मामले को लेती है या फिर टाय टाय फिश हो जाता है