


टनकपुर : विश्व दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर आज बाह्य न्यायालय टनकपुर का परिसर मानवता, संवेदनशीलता और सेवा-भाव से सराबोर रहा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चंपावत के सचिव के निर्देश पर आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट काजल रानी ने अध्यक्षता करते हुए दिव्यांगजनोें को उनके कानूनी अधिकारों और सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
माननीय काजल रानी ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि दिव्यांगता किसी व्यक्ति की कमजोरी नहीं, बल्कि क्षमता और हौसले की नई दिशा है। उन्होंने विश्वप्रसिद्ध वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग का उदाहरण देते हुए बताया कि मजबूत इच्छाशक्ति किसी भी शारीरिक कमी को मात दे सकती है। उन्होंने पीएलवी टीम से आह्वान किया कि वे धरातल पर जाकर दिव्यांगजनों को उनके अधिकारों और योजनाओं का वास्तविक लाभ दिलाने में सक्रिय भूमिका निभाएँ।
कार्यक्रम का संचालन पीएलबी विजेंद्र अग्रवाल द्वारा किया गया। शिविर में प्रशासनिक अधिकारी विजय वर्मा, भारतीय स्टेट बैंक टनकपुर शाखा के प्रबंधक पंकज की विशेष उपस्थिति रही। बैंक प्रबंधक द्वारा दिव्यांगजनों से संबंधित बैंकिंग सुविधाओं व सहायता योजनाओं की जानकारी भी साझा की गई।
शिविर में पीएलवी इजहार अली, अर्जुन सिंह, दीपा देवी, शमशाद बानो, किरण गतौली, हरिप्रिया जोशी, पूजा जोशी, प्रकाश चंद्र सोनी, रितु महर, रीता कनौजिया, प्रियंका पचौली, अर्चना लोहानी, रफीक खान, प्रो बोनो पीएलवी सुरेश उप्रेती, सुनीता टम्टा, रोहित मंडल आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर उपस्थित दिव्यांगजन—गीता देवी, इरशाद अहमद, शरद कुमार कश्यप, दयाराम, रोशन लाल, अतिकुर रहमान सहित अनेक लाभार्थियों को माननीय न्यायिक मजिस्ट्रेट काजल रानी द्वारा सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त करते समय उनके चेहरों पर मुस्कान और आत्मविश्वास की चमक देखते ही बनती थी।
कार्यक्रम ने न केवल कानूनी जागरूकता बढ़ाई, बल्कि समाज में दिव्यांगजनों के प्रति सम्मान, समानता और सहयोग की भावना को भी नया बल प्रदान किया|