
देहरादून:मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक रोहित थपलियाल ने बताया, पांच अगस्त तक प्रदेशभर में तेज दौर की बारिश होने की संंभावना है। खासकर पर्वतीय इलाकों में तेज दौर की बारिश होने से परेशानियां बढ़ सकती है। हिदायत देते हुए कहा, आवश्यक न हो तो पर्वतीय इलाकों में यात्रा करने से बचें।उत्तराखंड में आज भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग की ओर से जारी किया गया है। यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे जगह-जगह बंद होने के साथ ही प्रदेश में 59 सड़कें भी अवरुद्ध हैं।यमुनोत्री और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह पर बंद है। यमुनोत्री हाईवे रानाचट्टी, स्यानाचट्टी व पाली गाड के पास मलबा आने के कारण मार्ग बाधित है। वहीं गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डबरानी के पास मलबा व पत्थर आने के कारण मार्ग बाधित है। हाईवे को सुचारु करने का कार्य जारी है।
प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 59 सड़कें बंद
प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से तवाघाट-घटियाबगड़-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 59 सड़कें बंद हैं। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों की 36 सड़कें शामिल हैं। पिथौरागढ़ जिले में तवाघाट-घटियाबगड़-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग में मलघट के पास मलबा आया है। इसी जिले में धारचूला-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग किलोमीटर 56.700 पर बड़े पत्थर आने से बंद है।जौलजीबी-मुनस्यारी मोटर मार्ग में भी विभिन्न चार स्थानों पर बड़े पत्थर आ गए हैं। वहीं, जिले के थल-मुनस्यारी मार्ग के किलोमीटर 166.171 पर मलबा आ गया है। जिले में कुल 19 सड़कें बंद हैं।इसके अलावा देहरादून जिले में पांच, अल्मोड़ा में एक, बागेश्वर में चार, चमोली में आठ, नैनीताल में एक, पौड़ी में पांच, रुद्रप्रयाग में चार, टिहरी में एक और उत्तरकाशी में 11 सड़कें बंद हैं।भवाली-अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग में क्वारब की अतिसंवेदनशील पहाड़ी पर रविवार की सुबह चार बजे भारी मात्रा में पत्थर, मलबा गिरने और कोसी नदी की तरफ से सड़क के धंसने से मार्ग में यातायात पूरी तरह ठप हो गया। मार्ग के बंद होने से अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर, डीडीहाट और हल्द्वानी की तरफ आवाजाही करने वाले वाहन चालकों और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। क्वारब के पास सड़क बंद होने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। पुलिस ने सड़क बंद होने पर अल्मोड़ा की ओर जाने वाले वाहनों को रानीखेत होते हुए भेजा। एनएच ने 9 घंटे बाद जेसीबी की मदद से दोपहर एक बजे मलबा हटाकर सड़क पर यातायात सुचारु किया। खैरना पुलिस के प्रभारी ने बताया कि मार्ग बंद होने पर सभी वाहनों को रानीखेत होते हुए अल्मोड़ा की तरफ भेजा जा रहा है। मलबे को दोपहर 1 बजे सड़क से पूरी तरह हटाकर वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया।





















































