



चंपावत 18 जुलाई ।
✔️प्रक्षेत्र विस्तार व ग्रामीण आजीविका को बढ़ावा देने के दिए निर्देश
जनपद में ग्रामीण आजीविका को सशक्त करने और कृषकों की आयवृद्धि की दिशा में जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार ने गुरुवार सायं गौरलचौड़ मैदान स्थित राजकीय अंगोरा शशक प्रजनन प्रक्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रक्षेत्र में अंगोरा शशकों की वर्तमान स्थिति, प्रजनन व्यवस्थाएं, साफ-सफाई, जल निकासी तथा संपूर्ण प्रबंधन प्रणाली का विस्तारपूर्वक अवलोकन किया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने प्रक्षेत्र के विस्तार एवं शशकों की संख्या में वृद्धि हेतु एक व्यवस्थित, वैज्ञानिक और व्यवहारिक परियोजना प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश पशु चिकित्सा अधिकारी, अंगोरा प्रक्षेत्र को दिए। उन्होंने कहा कि यह प्रक्षेत्र केवल जैव विविधता के संरक्षण का ही केंद्र नहीं, बल्कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार सृजन का प्रभावी माध्यम भी बन सकता है।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ वसुंधरा गर्ब्याल को निर्देशित किया कि जनपद के कृषकों और पशुपालकों को अंगोरा पालन की ओर प्रेरित किया जाए तथा उन्हें प्रशिक्षण व तकनीकी मार्गदर्शन के माध्यम से इस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर किया जाए। उन्होंने कहा कि अंगोरा पालन को एक सतत ग्रामीण उद्यम के रूप में विकसित किया जा सकता है, जिससे न केवल स्थानीय परिवारों की आय बढ़ेगी, बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक तंत्र को भी मजबूती मिलेगी।
स्वच्छता और आधारभूत सुविधाओं को लेकर भी जिलाधिकारी ने सजगता दिखाई। उन्होंने प्रक्षेत्र परिसर में साफ-सफाई, कचरा प्रबंधन और जल निकासी की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार ने कहा कि “यदि अंगोरा पालन को वैज्ञानिक, संगठित और योजनाबद्ध ढंग से बढ़ावा दिया जाए तो यह जनपद की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को सशक्त करने का अत्यंत प्रभावी माध्यम बन सकता है। जिला प्रशासन इस दिशा में हर संभव सहयोग प्रदान करने को संकल्पबद्ध है।”
इस दौरान अंगोरा प्रक्षेत्र के पशु चिकित्सा अधिकारी v अन्य उपस्थित रहे।




















































