
चंपावत 13 जुलाई ।
कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय छात्रावास, टनकपुर में आपदा प्रबंधन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर छात्राओं को आग, भूकंप एवं बिजली के करंट जैसी आकस्मिक आपदाओं से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को आपातकालीन स्थितियों में स्वयं की तथा अन्य लोगों की सुरक्षा हेतु तैयार करना और व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना रहा।
कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा छात्राओं को बताया गया कि आग लगने की स्थिति में घबराने के बजाय शांत रहें, नाक व मुंह को गीले कपड़े से ढकें, नीचे झुककर सुरक्षित स्थान की ओर बढ़ें तथा संभव हो तो आग बुझाने वाले प्राथमिक उपकरणों का प्रयोग करें। भूकंप आने की स्थिति में ‘ड्रॉप-कवर-होल्ड’ की तकनीक का अभ्यास कराया गया, जिसमें छात्राओं को सिखाया गया कि वे फर्श पर झुकें, सिर और गर्दन को किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे सुरक्षित करें, खिड़कियों और बिजली के उपकरणों से दूर रहें तथा झटका समाप्त होने तक वहीं स्थिर बनी रहें।
बिजली का करंट लगने की स्थिति में करंट प्रभावित व्यक्ति को लकड़ी, प्लास्टिक या अन्य गैर-चालक वस्तु की सहायता से बिजली स्रोत से अलग करने की विधि समझाई गई। साथ ही प्राथमिक चिकित्सा की आवश्यकता और आपातकालीन नंबरों की जानकारी भी दी गई। छात्राओं को इन खतरनाक स्थितियों में त्वरित निर्णय लेने एवं सतर्कता बरतने की व्यवहारिक जानकारी दी गई।
छात्राओं ने पूरे उत्साह से प्रशिक्षण सत्र में भाग लिया तथा ..

विशेषज्ञों से अपने प्रश्न पूछे। विद्यालय प्रशासन द्वारा बताया गया कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किए जाते रहेंगे ताकि छात्राएं आत्मनिर्भर बनें और किसी भी आपदा का साहस एवं समझदारी से सामना कर सकें


















































