
चंपावत 21 जून :
तीर्थ यात्रियों की सुविधा हेतु आधारभूत ढांचे के सुदृढ़ीकरण पर दिया जाएगा विशेष ध्यान
मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जी.एस. खाती ने बाराही धाम पहुंचकर आगामी ऐतिहासिक बग्वाल मेले की तैयारियों और व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर, तीर्थ यात्रियों की आवाजाही के मार्ग, पेयजल, स्वच्छता एवं ठहराव व्यवस्था का जायजा लिया।
निरीक्षण के उपरांत उन्होंने मंदिर समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव देने के लिए आधारभूत ढांचे को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। बग्वाल मेला न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अंतरराष्ट्रीय पहचान रखता है, अतः सभी सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जानी आवश्यक है।
डॉ. खाती ने बाराही धाम क्षेत्र में सौर ऊर्जा की संभावनाओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रोत्साहन योजनाएं संचालित की जा रही हैं, और इस क्षेत्र में अक्षय ऊर्जा के उपयोग की पर्याप्त संभावनाएं मौजूद हैं। इससे एक ओर जहां पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर दबाव कम होगा, वहीं दूसरी ओर स्थानीय स्तर पर आय के वैकल्पिक साधन भी विकसित होंगे।
इस अवसर पर मंदिर समिति के संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया, अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट सहित समिति के अन्य पदाधिकारियों ने सीडीओ से मेला संचालन की तैयारियों और चुनौतियों पर संवाद किया।
जल संस्थान के सहायक अभियंता परमानंद पुनेठा ने अवगत कराया कि बाराही धाम में श्रद्धालुओं के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है और आवश्यकतानुसार उसमें और भी सुधार किया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि मेले की भव्यता एवं तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पर्यटन, तीर्थाटन एवं संबंधित विभागों के विशेषज्ञों के साथ समन्वय स्थापित कर बाराही धाम के समग्र विकास की दिशा में ठोस कार्ययोजना बनाई जाएगी।

























































