हल्द्वानी: ‘रक्तदान महादान’ हाईकोर्ट वरिष्ठ अधिवक्ता एवम नारी शक्ति एवम बाल विकाश जन जागृति समिति द्वारा शिविर लगाया गया लगाया गया!

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रक्तदान महादान, एक यूनिट से बचती है तीन जान- हाईकोर्ट वरिष्ठ अधिवक्ता एवम नारी शक्ति एवम बाल विकाश जन जागृति समिति रामनगर के उपाध्यक्ष मनु अग्रवाल ने जानकारी दी

हल्द्वानी: इंसपिरेशन कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन, बृजलाल अस्पताल के सामने, नैनीताल रोड, हल्द्वानी में वृहद रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रधान आयकर आयुक्त श्री जंगपांगी ने किया। शिविर मैं 125 – 140 से अधिक मातृशक्ति सहित भी लोगो रक्तदान किया। मुख्य अतिथि प्रधान आयकर आयुक्त श्री जंगपांगी ने बताया कि जीवन में रक्तदान का विशेष महत्व है। रक्तदान को महादान कहा जाता है क्योंकि किसी के द्वारा किए गए रक्तदान से मनुष्य का जीवन बचाया जा सकता है। इसी उद्देश्य से सभी रक्तदान करते हैं, इससे किसी की जान बचाई जा सकती है। वहीं, रामनगर tax बार के अध्यक्ष पूरण चन्द्र पाण्डेय ने रक्तदान के महत्व और स्वास्थ्य लाभों पर प्रकाश डाला। एक यूनिट रक्त से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है। रक्तदान से न केवल जरूरतमंद मरीजों को रक्त मिलता है, बल्कि यह समाज में एक सकारात्मक संदेश देकर राष्ट्रीय एकता की भावना को भी सुदृढ़ करता है। इस दौरान लगभग 125 – 140 यूनिट रक्तदान हुआ । कई महिलाये रक्तदान शिविर मे रक्तदान करने पहुची । शिविर आयोजको द्वारा रक्तदान करने वाले सभी लोगो को उपहार भेट कियां ।

रक्तदान का महत्व और इसके लाभों के बारे में जो जानकारी दी गई है, वह वास्तव में बहुत महत्वपूर्ण है। दैनिक जीवन में रक्तदान को लेकर कई भ्रांतियां और डर होते हैं, जिन्हें दूर करना आवश्यक है। यहाँ इस विषय पर कुछ मुख्य बिंदु प्रस्तुत किए गए हैं:

  1. शारीरिक स्वास्थ्य: रक्तदान शरीर को स्वस्थ बनाता है और इससे कमजोरी नहीं आती। इसके बाद केवल 24 घंटे में शरीर उतना ही रक्त पुनः बना लेता है, बशर्ते खानपान उचित हो।
  2. स्वास्थ्य जांच: रक्तदान के दौरान पांच प्रमुख जांचें होती हैं – एचआईवी, मलेरिया, पीलिया, हेपेटाइटिस ए, और गुप्त रोग। ये जांचें रक्तदाता को उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी देती हैं, जिससे समय पर इलाज संभव हो सके।
  3. जीवन रक्षक: रक्तदान से किसी की जीवन रक्षा हो सकती है। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि स्वस्थ व्यक्ति नियमित रूप से रक्तदान करें, ताकि रक्त की कमी के कारण कोई भी मरीज न मरे।
  4. सामाजिक जिम्मेदारी: चैंबर ऑफ कॉमर्स की युवा इकाई जैसे आयोजनों से समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ती है। यह न केवल व्यापारियों का, बल्कि सभी का कर्तव्य है कि वे रक्तदान करें और दूसरों को भी प्रेरित करें।
  5. डॉक्टर की सलाह: डॉक्टर जिज्ञासा द्वारा दी गई सलाह कि रक्तदाताओं को केवल हरी सब्जियां और फल खाने चाहिए, यह भी बताता है कि सही पोषण से शरीर की शक्ति को बनाए रखा जा सकता है।
  6. सहायक सलाह: 18 से 60 वर्ष के बीच का स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है, और इसे लेकर संकोच नहीं करना चाहिए। रक्तदान न केवल दूसरों की मदद करता है, बल्कि इसे करने से स्वयं की सेहत में भी सुधार होता है।

इस तरह के रक्तदान शिविर न केवल रक्तदान की संख्या बढ़ाते हैं, बल्कि समाज में स्वास्थ्य लाभ और जागरूकता भी फैलाते हैं। यह सभी स्वस्थ व्यक्तियों की जिम्मेदारी है कि वे रक्तदान करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

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