बिग ब्रेकिंग चंपावत:जलागम प्रबंधन अंतर्गत (सारा) नदियों एवं जल स्रोतों के संरक्षण, पुनरुद्धार व पुनर्जीवित किया जाने हेतु जनपद स्तर पर बनने वाली कार्ययोजना को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन!✍️ अशोक गुलाटी editor-in-chief

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चंपावत 28 मई :;✍️ अशोक गुलाटी editor-in-chief

जनपद चंपावत में सारा के अंतर्गत जल स्रोतों एवं नदियों के संवर्धन, पुनजीवन एवं संरक्षित करने हेतु जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे की अध्यक्षता में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ।
कार्यशाला में यू कास्ट एवं आईआरएस देहरादून से आए वैज्ञानिक व विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस दौरान उन्होंने सारा के अंतर्गत जनपद चंपावत जिले के चारों विकासखंडो में लिए गए 40 क्रिटिकल जल स्रोतों तथा जनपद की चार नदियों गंडक, लोहावती, लधिया एवं पनार सहित कुल 20 सहायक नदियों हेतु प्रस्तावों में जल संवर्धन हेतु तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाएगा।
कार्यशाला में दोनों संस्थाओं से आए वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद चंपावत में सारा परियोजना में जितने भी जल संवर्धन के कार्य होंगे उनमें वैज्ञानिक व तकनीकी रूप से पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।कार्यशाला में यू कास्ट से आए वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रहलाद सिंह अधिकारी द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिले के जल स्रोतों आदि के बारे में किए गए अध्ययन एवं कार्ययोजना में दिए जा रहे सहयोग के बारे में अवगत कराया गया।
कार्यशाला के दौरान जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कहा कि सारा में जिले से बेहतर कार्ययोजना जाए। इस हेतु वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों का सहयोग संबंधित विभाग अवश्य लें तथा कार्ययोजना में उन्हें सामिल करें।जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में विगत दस वर्षों में हुई वर्षा के आंकड़े लेकर उनका अध्ययन कर कार्ययोजना में शामिल किया जाए। जल स्रोतों को रिचार्ज करने हेतु उनके उद्गम स्थलों सहित इन क्षेत्रों में चाल खाल आदि का निर्माण करने के साथ ही पौधारोपण भी किया जाए।
इसरो के वैज्ञानिक डॉ अर्पित चौकसी द्वारा सारा योजना अंतर्गत जल संवर्धन के संबंध में किए गए शोध आदि के बारे में जानकारी देते हुए बताया की जनपद चंपावत से ग्राम पंचायत स्तर पर ऐसे जल स्रोत जिनमें पानी की मात्रा कम हो रही है व सूखने की कगार की स्थिति में आ रहे हैं उनके उपचार तथा संवर्धित व पुनर्जीवित किया जाएगा इसमें पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।
यू कास्ट की …..

जियोलॉजिस्ट तान्या बलानी तथा डेवलपर ने कहा की
जनपद अंतर्गत 40 क्रिटिकल जल स्रोतों तथा 20 सहायक नदियों के जल संवर्धन पुनर्जन्म एवं उपचार के कार्य में पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा।
कार्यशाला में जिला विकास अधिकारी दिनेश दिगारी,एसडीएम आकाश जोशी, ईई एम आई प्रशांत कुमार,एसडीओ वन नेहा चौधरी,आईआरएस के वैज्ञानिक डॉ अर्पित चौकसी, तान्या बलानी तथा शरद राज सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी,सभी खण्ड विकास अधिकारी अन्य उपस्थित रहे।

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