💥कोटा में हुआ पत्रकार प्रेस परिषद का मीडिया सेमिनार, एकजुटता का लिया संकल्प नवीन सदस्यों का स्वागत किया
- 💥2024 तक 25 हजार सदस्यों का लक्ष्य, सीधा मिलेगा गारंटी योजना का लाभ : रवि सामरिया
- परिषद सदस्यों को लाभ और मीडिया संगठनों के बीच समन्वय पहली प्राथमिकता : जीएस भारती
🌷कोटा। राजस्थान विशेष संवाददाता पत्रकार प्रेस परिषद के राष्ट्रीय चैयरमेन ऋषभ मिश्रा आजाद के निर्देशानुसार जिला कोटा कमेटी द्वारा एक दिवसीय मीडिया सेमिनार का आयोजन शहर के नयापुरा स्थित मीडिया हाउस कार्यालय में आयोजित किया गया। पत्रकार प्रेस परिषद के कोटा संभाग अध्यक्ष जीएस भारती ने बताया कि सेमिनार में संगठन के राजस्थान उपाध्यक्ष रवि सामरिया की उपस्थिति में सभी सदस्यों का सम्बोधन हुआ। इस मौके पर कई पत्रकारों ने परिषद की नवीन सदस्यता ग्रहण की। परिषद द्वारा उनका मोतियों की माला व शॉल ओढ़ाकर, स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत सम्मान किया गया। इस मौके पर प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और वेब मीडियाकर्मियों सहित वरिष्ठ समाजसेवी एवं अधिवक्ता उपस्थित रहें।
कार्यक्रम संयोजक जेबा पटेल ने बताया कि सेमिनार में हाड़ौती के कई मीडिया बन्धुओं भाग लिया। पत्रकार प्रेस परिषद के संभागीय महासचिव बृजेश चौधरी, जिला उपाध्यक्ष हरीश यादव, भीम न्यूज़ संपादक विनय कुमार सिघल, संपादक अब्दुल अलीम, चद्रप्रकाश गौतम, गोविंद मंडावत, रिपुदमन सिंह, देव कुमार राठौर, अशोक जैन एवं कोटा जिला प्रशासन में मीडिया कमेटी के सदस्य यज्ञदत्त हाड़ा एवं बारां जिले से शमशाद खान और जिला झालावाड़ से वंदे भारत न्यूज़ के स्थानीय संपादक धनश्याम कुशवाहा और कृतिका कुशवाहा सहित अधिवक्ता शक्ति सिंह, बबीता शर्मा अन्य उपस्थित रहे। इस दौरान सभी ने अपने विचार व्यक्त किए। सेमिनार में पत्रकारों के अभाव अभियोग के निराकरण और उनके संवैधानिक, आर्थिक और सामाजिक विकास पर सार्थक चर्चा हुई। सेमिनार में अल्पाहार की व्यवस्था भी रही।
- परिषद द्वारा लागू योजनाएं विस्तार में लाभकारी :
पत्रकार प्रेस परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि सामरिया ने बताया कि राष्ट्रीय संस्थापक बाबा कृष्णदेव और राष्ट्रीय चेयरमैन ऋषभ मिश्रा ‘आजाद’ के दिशानिर्देश पर प्रांत के प्रत्येक जिला स्तर पर पत्रकारों को संगठित और सशक्त बनाने की मुहिम चलाई जा रही है। पत्रकारों के हितों के लिए कई कानून सरकार द्वारा बनाए गए लेकिन उन्हें लागू करने में नैतिक दायित्व नहीं निभाया जा रहा। जनता और पत्रकार की अभिव्यक्ति और अधिकारों को एक माना जा रहा है। जबकि ऐसा नहीं है सरकार को मानना होगा पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट लागू करना पड़ेगा। परिषद की केंद्र व राज्य सरकार से मांग जारी है। बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। वेब मीडियाकर्मियों के लिए भी परिषद संकल्पित हैं। परिषद द्वारा लागू योजनाएं सदस्यों के विस्तार में लाभकारी साबित हो रही हैं। परिषद के देशभर में 40 हजार सदस्य से अधिक सदस्य हैं। राजस्थान में वर्ष 2024 के अंदर 25 हजार नवीन सदस्य बनाने का लक्ष्य है अभियान की शुरुआत हो चुकी है।
मीडिया सेमिनार में संभागीय अध्यक्ष जीएस भारती ने कहा कि सरकार और अधिकारी मौन है। हम समर्पित है। लेकिन आज के दौर में मीडिया की अभिव्यक्ति और सुरक्षा को लेकर चिंता रहती है। हमें अधिक से अधिक परिषद की सदस्यता ग्रहण कर लागू योजनाओं का लाभ लेने के साथ साथ संगठन को गतिशील बनाने की दिशा में भी अग्रसर रहना होगा। पत्रकार को उचित लाभ व सुरक्षा मिले और मीडिया संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करना हमारी पहली प्राथमिकता होगी। धन्यवाद हरीश यादव व जेबा पटेल ने दिया। कार्यक्रम की जिला प्रशासन और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सहित बुद्धिजीवियों व समाजसेवी संस्थाओं, पत्रकार संगठनों ने प्रशंसा की है। सेमिनार समापन पर पत्रकार प्रेस परिषद की कोटा कमेटी द्वारा सभी अतिथियों और सदस्यों का आभार अभिनंदन व्यक्त किया।
- परिषद की गारंटी से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाएं :
प्रदेश में परिषद से जुड़े सदस्य को दो लाख रुपए का जीवन बीमा और 50 हजार का फैमिली हेल्थ कार्ड सहित पीपीपी आईडी कार्ड, वाहन पास और मीडिया हाउस आवासीय योजना की गारंटी, विशेषकर युवाओं को प्रेस में प्रशासनिक पदों पर भर्ती की गारंटी, वरिष्ठ को राज्य अधिस्वीकृत प्रेस कमेटी में चयन की गारंटी व टोल फ्री योजना का लाभ, मीडिया संस्थान को पत्र-…..
पत्रिकाओं के प्रकाशन पर लागू नियमों में सरलीकरण और लोन व आयकर में छूट दिलाने की गारंटी, वेब मीडियाकर्मियों को सरकारी तंत्र से जोड़ने की गारंटी, बुर्जुग पत्रकारों के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड कर्मशील पत्रकार सम्मान व प्रोत्साहन राशि भेंट देने की गारंटी सहित दिव्यांग मीडियाकर्मी को ई-स्कूटर देने जैसी विभिन्न गारंटी योजनाएं संचालित की जा रही है। दूसरी और कुमाऊं मंडल के प्रभारी अशोक गुलाटी ने कोटा राजस्थान पत्रकार प्रेस परिषद द्वारा किए गए निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे उत्तराखंड साथियों को इससे प्रेरणा लेना चाहिए और 2024 में सभी पत्रकारों को एकत्रित कर सदस्यता अभियान चलाना चाहिए। और उत्तराखंड में एक नया इतिहास बनाना चाहिए जितनी अधिक से अधिक सदस्यता होगी उतनी ही परिषद मजबूत होगी।