बागेश्वर। (अशोक गुलाटी editor-in-chief) राजनीति अजीबोगरीब है जब भी कभी उपचुनाव या चुनाव आते हैं कई नेता पाशा पलटने में सेकंड भी नहीं लगते हैं जबकि पूर्व में पार्टी के वफादारी की तरह-तरह गुनगुनाना करते हैं ऐसा ही आज कांग्रेस के लिए बड़ा झटका लगा है मजेदार बात यह है कि बड़े-बड़े अपने आप को धुरंधर कहने वाले मीडिया कर्मी राजनीतिक पंडित तथा कांग्रेस पार्टी को भनक तक नहीं लगी उप चुनाव से ठीक पूर्व यहां कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रंजीत दास ने भाजपा का दामन थाम लिया है। रंजीत दास ने 2022 में कांग्रेस के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा था।सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पटका पहनाकर पार्टी में किया स्वागत किया।भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी प्रदेश कार्यालय में कराया रंजीत दास को पार्टी में शामिल किया है।
स्मरणीय है कि उपचुनाव के प्रत्याशी के लिए भाजपा ने तीन नाम पैनल संसदीय बोर्ड को भेज दिए हैं। 15 अगस्त तक पार्टी प्रत्याशी के नाम की घोषणा कर सकती है। 16 अगस्त को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की उपस्थिति में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया हो सकती है।
बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक चुनाव अभियान समिति ने विधानसभा चुनाव प्रबंधन समिति द्वारा भेजे गए पांच संभावित नामों पर विचार किया। इसमें तीन नामों का पैनल तैयार किया। बताया जा रहा है कि इस पैनल में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व. चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास, पुत्र गौरव दास और दीपा आर्य का नाम शामिल है। दीपा आर्य जिला पंचायत में उपाध्यक्ष रही हैं। इधर दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण मेहरा ने देवभूमि न्यूज़ पोर्टल चैनल editor-in-chief से बातचीत करते हुए कहा कि रंजीत दास के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा ….
बल्कि कांग्रेस और भारी बहुमत से विजय होगी उन्होंने कहा कि आज चारों तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला है जनता उपचुनाव में कांग्रेस की अभूतपूर्व विजय होगी। उधर कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक तीन नाम हाई कमांड को भेजें पैनल में रंजीत दास का भी नाम शामिल था।