विकासनगर (देहरादून) विशेष संवाददाता हिमाचल प्रदेश से सटे हुए विकास नगर के दुरस्त क्षेत्र त्यूणी के एक घर में सिलेंडर फटने से भीषण आग। इस दर्दनाकघटना में दो सगी बहनों सहितदो परिवार की चार बच्चियों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई है। पीड़ित परिवार का घर शिक्षा विभाग से रिटायर कर्मचारी का था। यह मकान चार मंजिला था, जिसे पूरी लकड़ी से तैयार किया गया था, जिसमें 6 परिवार निवास करते थे। फायर ब्रिगेड की लापरवाही निकम्मे पन का कारण यह था कि बिना पानी के ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक
आग लगने की वजह गैस सिलेंडर बदलते समय सावधानी नहीं बरतनी बताई जा रही है। घटना के समय आग से घिरे घर के अंदर दो परिवारों की चार बच्चियां फ़स गयी, आग की चपेट में आकर जिनकी दर्दनाक मौत हो गई । लकड़ी का घर होने की वजह से पूरा घर जलकर खाक हो गया है। सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और आग बुझाने में जुट गई फायरिंग बिग्रेड की इस घटना में बड़ी लापरवाही सामने आई है, स्थानीय लोगों का कहना है कि फायर बिग्रेड की गाड़ी मे पानी ही नहीं था। जब आग लगने की घटना हो गई उसके बाद फायर ब्रिगेड पानी भरने गई, जिसका कि स्थानीय लोगों ने विरोध किया और फायरब्रिगेड के खिलाफ नारे भी लगाएं। लापरवाही के चलते चार मासूम बच्चियों को बचाने में नाकाम रहे, और उन्हें जान गवानी पड़ी।
मकान में गृहस्वामी समेत परिवार के 6 सदस्य रहते थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग लगने से घर में मौजूद एलपीजी सिलिंडर फटते रहे।
जानकारी के अनुसार, टोंस नदी के पुल के पास सूरत राम जोशी का घर है। वे शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। शाम करीब पांच बजे घर में अचानक आग लग गई। घर से आग की लपटें निकलती देख वहां अफरा-तफरी मच गई।
आग लगने की घटना के दौरान एक के बाद एक चार धमाकों की आवाज सुनाई दी। लेकिन जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक घर में फंसी सोनम(9), रिद्धि(10), मिष्टी(5) और सेजल( ढाई वर्ष) की मौत हो चुकी थी। नागरिकों ने फायर ब्रिगेड के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की शासन प्रशासन से गुहार लगाई है।