(अशोक गुलाटी editor-in-chief) देवभूमि उत्तराखंड में 72 घंटे में तीसरी बार भूमि एक बार फिर भूकंप से डोली है। लोग डर के मारे घरों से बाहर आ गए और जबरदस्त दहशत व्याप्त है आज शनिवार फिर साए 758 पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। तीन दिन में आज तीसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र ऋषिकेश के पास रहा, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 3.4 मापी गई है।
गौरतलब है कि मंगलवार देर रात के बाद बुधवार की सुबह में दोबारा भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। अभी भूकंप का खौफ हटा ही था कि आज एक बार फिर देवभूमि में भूकंप महसूस किया गया। बताया जा रहा है कि शनिवार शाम 4 बजकर 25 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप से नुकसान की कोई खबर नहीं है। लेकिन लोगों में दहशत हनी हुई है। इधर हुमायूं के प्रवेश द्वार
हल्द्वानी में अभी कुछ देर पहले भूकंप के झटके महसूस हुए जिससे लोगों में कौतुहल देखा गया. लोगों ने घरों में कुर्सी टेबल और पंखे को हिलते हुए महसूस किया जिसके बाद इसकी सूचना अपने व्हाट्सएप ग्रुप पर एक दूसरे को दी तथा एक दूसरे ने इस सूचना की पुष्टि भी की.
हल्द्वानी में भी 7:5८ पर भी देर शाम भूकंप के झटके महसूस किए गए हल्द्वानी और उसके आसपास में भी भूकंप के झटके महसूस करते हैं लोग घरों से बाहर निकले हालांकि यह झटका पिछले दिनों आए भूकंप से काफी कम था
लेकिन लोगों को भूकंप का एहसास पूरी तरह हो गया। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.4 मापी गई है। भूकंप का केंद्र लैंसडाउन बताया जा रहा है। विज्ञानिकों की माने तो हिमालयन बेल्ट में फाल्ट लाइन के कारण लगातार भूकंप के झटके आ रहे हैं और भविष्य में इसकी और आशंका बनी हुई है। स्मरणीय है कि देवभूमि उत्तराखंड मैं
गौरतलब है कि भूकम्प के मद्देनजर हिमालयी राज्य उत्तराखंड को बेहद संवेदनशील माना जाता है। भूकम्प के लिहाज से अति संवेदनशील जोन पांच में इसके रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले के हिस्से आते हैं, जबकि ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी व अल्मोड़ा जोन चार में हैं। देहरादून व टिहरी दोनों जोन में आते है है 72 घंटे में तीसरी बार भूकंप आने से नागरिकों में जबरदस्त दहशत व्याप्त है और किसी अनहोनी के डर से जी रहे हैं।