देहरादून। (अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ)l उत्तराखंड मैं कांग्रेस में भूचाल आया हुआ है इनके बड़े बड़े विकट धड़ाम से गिर रहे हैं तू चल मैं आया कि कहावत स्टिक बैठ रही है यदि हाई कमांड व प्रदेश हाईकमान ने गंभीरता से नहीं लिया तो कई महत्वपूर्ण विकेट धराशाई हो जाएंगे, कांग्रेस का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा तो कोई बड़ी बात नहीं होगी पिथौरागढ़ का एक और विधायक का महत्वपूर्ण विकेट गिर गया है हालांकि पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है यदि गंभीरता से नहीं लिया गया तो और भी विकेट गिर सकते हैं? वही सत्ताधारी बीजेपी अंदर से गदगद है कि विपक्षी अपने आप में ही लड़कर गिर रहा है उन्हें कुछ करने की जरूरत ही नहीं है यदि यही हाल रहा कांग्रेस का 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भी सीटें आना मुश्किल होंगी? कांग्रेस गुटबाजी चरम पर है आलाकमान पार्टी नेताओं के दिलों में पड़ी खाई को पाटने में नाकाम है। अब पार्टी विधायक और नेता भी कांग्रेस से इस्तीफा दे रहे हैं।चकराता विधायक प्रीतम सिंह के बेटे अभिषेक सिंह के पीसीसी सदस्य पद से इस्तीफा देने के बाद,अब पिथौरागढ़ विधायक मयूख महर ने भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। गौरतलब है कि जब हाई कमांड में ही
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर गुटबाजी चरम पर है वहीं प्रदेश कांग्रेस में पीसीसी की घोषणा होने के बाद यहां पर इस्तीफा का दौर चल रहा है पीसीसी सदस्यों के पदों की बंदरबांट का का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ नेता जनप्रिय नेता एवं पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर ने पीसीसी से इस्तीफा दे दिया हैl गौरतलब है कि.
इससे पहले पूर्व अध्यक्ष रहे प्रीतम सिंह के पुत्र एवं कांग्रेस के युवा नेता अभिषेक सिंह ने भी पीसीसी से इस्तीफा दे दिया था उन का कहना है कि पीसीसी की लिस्ट जारी होने के बाद से कई वरिष्ठ नेता नाराज नजर आ रहे हैं। कांग्रेस परिवार को कोई नुकसान न हो, इसलिए मेरी जगह किसी वरिष्ठ नेता को नामित कर दिया जा , पिथौरागढ़ विधायक मयूख महर ने भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। हालांकि उनका कहना है की उनकी किसी से कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा कि विधायकों को पीसीसी में पद देकर अन्य कार्यकर्ताओं का हक मारा जा रहा है। जबकि पूर्व में पीसीसी की बैठक यह तय हो चुका है कि एक व्यक्ति एक पद के फार्मूले पर ही पार्टी को आगे बढ़ाया जाएगा।उन्होंने कहा कि यदि पार्टी में नए लोगों को जगह मिलती है तो वह अपने साथ चार ओर लोगों को जोड़ते हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने दो दिन पहले पीसीसी की लिस्ट जारी की थी, जिससे कई नेता नाराज चल रहे हैं। माना जा रहा है कि अभिषेक और मयूख महर के बाद कुछ अन्य भी इस्तीफा देने की तैयारी में हैंl राजनीतिक पंडितों का मानना है कि हाई कमांड कांग्रेस को गंभीरता से लेना चाहिए नहीं तो कांग्रेस पार्टी का जनाधार जो निरंतर गिरता जा रहा है कहीं अस्तित्व खतरे में ना पड़ जाए? बरहाल कांग्रेस की स्थिति उत्तराखंड में गुटबाजी के चलते नाजुक बनी हुई है कार्यकर्ता मायूस है कि वह क्या करें ,क्या न करें और वह भी भावी रणनीति पर भी विचार गंभीरता से कर रहा हैl