बिग ब्रेकिंग😟 हल्द्वानी:विख्यात संजीवनी अस्पताल के एमडीआईटीआई रोड हल्द्वानी स्थित संजीवनी अस्पताल के संचालक डॉ. महेश कुमार 14 दिन पूर्व कश्मीर के पुलवामा जिले की झील में तेज धारा में बह गए थे; 👁14 दिन बाद भी पुलिस खोजी दस्ते को कोई सुराग नहीं मिल सका#👉 अब बारिश होने के चलते नदी में पानी बढ़ने पर रेस्क्यू अभियान भी रोक दिया गया @👉 मायूस होकर परिवार के सदस्य जम्मू-कश्मीर से लौट आए@

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हल्द्वानी (अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ) हल्द्वानी के विख्यात संजीवनी अस्पताल के एमडीआईटीआई रोड हल्द्वानी स्थित संजीवनी अस्पताल के संचालक डॉ. महेश कुमार 14 दिन पूर्व कश्मीर के पुलवामा जिले की झील में तेज धारा में बह गए थे , 14 दिन बाद भी पुलिस एवं खोजी दस्ते को कोई सुराग नहीं मिल सका और अब बारिश होने के चलते नदी में पानी बढ़ने पर रेस्क्यू अभियान भी रोक दिया गया है। ।विवरण के मुताबिक संजीवनी अस्पताल के एमडी एवं विख्यात सर्जन डॉ महेश कुमार कश्मीर मैं विगत 14 दिन पूर्व कश्मीर घूमने गए थे वहां पर पुलवामा जिले की झील में तेज धारा में बह गए, सूत्रों के मुताबिक डॉक्टर झील पर पैदल चलने के लिए बने लकड़ी के पुल पर जा रहे थे तो वही अचानक तेज बारिश में पुल टूटने के कारण अपने साथी व स्थानीय गाइड डॉक्टर शकील अहमद के साथ झील की तेज धारा में बह गए। जिससे वहां पर अफरा-तफरी मच गई। गौरतलब है कि
डॉ महेश कुमार 18 जून को हल्द्वानी से अपने साथियों के साथ ट्रेकिंग के लिए तारसर झील क्षेत्र में पहुंचे थे, उनके साथ 3 टूरिस्ट गाइड व 14 अन्य लोग भी थे ,वही 3 दिन से लगातार भारी बारिश के कारण झील का जलस्तर बढ़ चुका था, सुबह वह झील पर बने पैदल पुल पर चल रहे थे तेज बहाव से उसका एक हिस्सा टूट गया जिसके कारण डॉ महेश और उनके साथी डॉक्टर शकील झील में डूब गए,एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें देर शाम तक चले सर्च ऑपरेशन मैं दोनों का पता नहीं लगा पाई है, वही घटनास्थल पर मौजूद एक दर्जन अन्य लोगों को बचाव दल ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया था
स्मरणीय है कि डॉ महेश हल्द्वानी नगर के प्रतिष्ठित चिकित्सक माने जाते हैं बताया जाता है कि ‌‌‌‌‌ उन्हें ट्रैकिंग का शौक रहा है, वह समय-समय पर ट्रैकिंग के लिए दूरस्थ इलाकों में जाते रहे हैं, वही हाल ही में वह गढ़वाल में भी ट्रेकिंग के लिए गए थे ,मौजूदा समय में डॉक्टर महेश अपनी बेटी के साथ अस्पताल का संचालन करते हैं l ……..

उनकी क्षेत्र में काफी प्रतिष्ठा है जाने माने सर्जन भी हैं और गरीबों का सस्ते में इलाज भी करते थे मिलनसार डॉक्टर की आज झील में डूबे जाने की सूचना से डॉक्टरों में शोक की लहर दौड़ गई थी।……

इधर दूसरी हो आईएमए के महानगर अध्यक्ष डॉ. जेएस भंडारी के मुताबिक कि 22 जून की सुबह डॉ. महेश कुमार नदी में गिर गए थे। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने उनकी खोज में अभियान चलाया। इस दौरान सर्च टीम ने डॉ. महेश के गाइड शकील का शव बरामद किया था। लेकिन डॉ. महेश का कहीं पता नहीं लगा। भारी बारिश के चलते नदी में पानी ज्यादा होने पर सर्च अभियान फिलहाल रोका गया है। उनके परिवार के सदस्य मायूस होकर भी जम्मू-कश्मीर से लौट आए हैं। अब देखना यह होगा किस सर्च ऑपरेशन कब शुरू होता हैl जानकार लोगों का मानना है कि काफी समय बीत गया है, अब बॉडी मिलना काफी मुश्किल है? बरहाल एक होनहार मधुर व्यवहार डॉक्टर कमाऊ वासियों से हमेशा के लिए विदा हो गया हैl

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