बिग ब्रेकिंग हल्द्वानी: स्कूल की बसों में लापरवाही हुई तो नपाएंगे! सीबीएसई बोर्ड के स्कूली बच्चों की सुरक्षा हेतु परिवहन विभाग द्वारा वेबसाइट जारी; अभिभावकों इस www.vidyarath.in पर अपने सुझाव शिकायत वेबसाइट के माध्यम में दर्ज करें !! संदीप सैनी आरटीओ से अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ से विशेष बातचीत:-

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हल्द्वानी (अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ)। उत्तराखंड प्रदेश के कुमाऊं मंडल के परिवहन विभाग के हल्द्वानी सभा के अंतर्गत आने वाले समस्त जनपद में सीबीएसई बोर्ड के स्कूली बच्चों की सुरक्षा हेतु परिवहन विभाग द्वारा एक वेबसाइट जारी किया है और अभिभावकों से अनुरोध किया है कि अपने सुझाव शिकायत इस वेबसाइट के माध्यम में दर्ज करें ताकि आपके बच्चों की सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाया जा सके। कुमायूं के तेजतर्रार लोकप्रिय आरटीओ संदीप सैनी ने एक विशेष भेंट में देवभूमि माया न्यूज़ पोर्टल चैनल एडिटर इन चीफ अशोक गुलाटी को बताया कि परिवहन विभाग कुमाऊं संभाग हल्द्वानी ने प्रदेश में पहली बार स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए एक वेबसाइट तैयार की है. वेबसाइट के माध्यम से स्कूली बच्चों की निगरानी की जाएगी. वेबसाइट में अभिभावक स्कूल संबंधी शिकायत दर्ज करा सकते हैं; शिकायत मिलने पर परिवहन विभाग स्कूल के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगा.कुमाऊं संभाग परिवहन विभाग ने नैनीताल, उधम सिंह नगर और चंपावत जिले के सभी सीबीएसई बोर्ड से जुड़े स्कूलों का डाटा तैयार किया है, जहां पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल लाने ले जाने के दौरान होने वाली घटनाओं को रोका जा सकेगा. वेबसाइट के माध्यम से परिवहन विभाग 3 जिलों के 278 सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों की निगरानी करेगा. वेबसाइट में अभिभावक अपनी शिकायत और स्कूल संबंधित फीडबैक दे सकेंगे.संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी द्वारा www.vidyarath.in नाम से एक वेबसाइट तैयार की गई है. परिवहन विभाग ने वेबसाइट के माध्यम से अभिभावकों से उनके बच्चों के स्कूलों से संबंधी फीडबैक मांगा है. अभिभावकों को वेबसाइट के माध्यम से फीडबैक देने हैं. फीडबैक में अभिभावकों से बच्चों को स्कूल ले जाने से लेकर वापस लाने तक की व्यवस्थाओं और सुरक्षा संबंधी सभी सुझाव मांगे हैं. परिवहन विभाग वेबसाइट के माध्यम से मिले सुझावों और स्कूली बच्चों की सुरक्षा से संबंधित सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक बच्चों की निगरानी करेगाबताया कि वेबसाइट में स्कूल का नाम, स्टूडेंट का नाम, स्टूडेंट का एडमिशन नंबर, स्टूडेंट की क्लास, उम्र, जेंडर, पैरेंट्स का नाम, कांटेक्ट नंबर, मोड ऑफ ट्रांसपोर्ट, सहित कई अन्य फीडबैक वेबसाइट में अपलोड करेंगे, जिसके बाद परिवहन विभाग स्कूल और अभिभावक के द्वारा मिलने वाले फीडबैक के अनुसार स्कूलों की निगरानी करेगा और अन्य सुरक्षा पालन संबंधी अभिभावकों की शिकायतों और स्कूलों की जो भी शिकायतें होंगी, उसके खिलाफ परिवहन विभाग कार्रवाई करेगा.।

.संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी संदीप सैनी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कई बार देखा जाता है कि निजी स्कूलों द्वारा बच्चों को स्कूल लाने और ले जाने के लिए जिस बस या वाहन का प्रयोग किया जाता है, वह वाहन सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के गाइडलाइन का पालन ठीक से नहीं करते हैं. कई बार बच्चों की सुरक्षा के सवाल भी खड़े होते हैं. ऐसे में 3 जिलों के 278 सीबीएसई बोर्ड के स्कूल प्रबंधकों से भी उनके स्कूल ट्रांसपोर्ट संबंधी जानकारियां मांगी गई हैं.। उन्होंने कहा कि स्कूलों से मांगी गई ट्रांसपोर्टिंग की जानकारी और अभिभावकों के फीडबैक अनुसार जो भी स्कूल ठीक नहीं पाए जाएंगे, उनके खिलाफ परिवहन विभाग कार्रवाई करेगा.। बरहाल कहां तक यह प्रयोग सफल हो पाएगा या आने वाला समय ही बताएगा ।अभिभावकों को चाहिए कि अपने सुझाव व शिकायत मे साइड में जरूर डालें। ताकि आपके बच्चों की सुरक्षा एवं भविष्य सुरक्षित रह सके।

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