बिग ब्रेकिंग नैनीताल: दिल्ली के पर्यटकों से पुलिस द्वारा अभद्र व्यवहार करने पर झील में कूदकर आत्महत्या करने का असफल प्रयास !हड़कंप मचा @’अतिथि देवो भव के ‘स्लोगन की हवा निकली? परिवार सहित धरना पर बैठे@

खबर शेयर करें -
…अब कभी नैनीताल नहीं आएंगे


माल रोड में दिल्ली का पर्यटक परिवार धरना पर

नैनीताल(अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ )।अधिकारियों द्वारा पुलिसकर्मियों को काफी समय से बार बार पाठ पढ़ाया जा रहा है पर्यटकों से ‘अतिथि देवो भव’ का मधुर व्यवहार करें ; परंतु उसके viprit पुलिस पर्यटकों से अभद्र व्यवहार कर रही है जिसके कारण दिल्ली से आए 3 परिवार धरना पर बैठ गए गए l एक परिवार ने तो झील में कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया; उनका कहना था कि पुलिस ने कहा कि झील में कूद जाओ ;जिसको मौके से जनता एवं पुलिस ने कूदने से बचाया l गौरतलब है कि पर्यटक हजारों रुपए खर्च करके सुकून के लिए नैनीताल आता है परंतु यहां आता ही उन्हें दो-चार होना पड़ता है दिल्ली से आए पर्यटकों का कहना था कि ऑनलाइन फ्रॉड के बाद पुलिस के अभद्र व्यवहार से व्यथित पर्यटक अपनी अबोध बच्ची के साथ मॉल पर मजबूरी में लेट कर धरना देना शुरू कर दिया उनका कहना था कि पुलिस को शिकायत के बावजूद कार्रवाई करने तो दूर रहा यहां तक कह दिया झील में कूदकर जान दे दो l विवरण के मुताबिक नैनीताल की मॉल रोड रोड में उस समय अफरा तफरी मच गई जब एक पर्यटक अपनी अबोध बिटिया को लेकर बीच सड़क में लेट गया । अचानक हुए इस घटनाक्रम से इस कदम से वाहनों का वाहनों लंबा जाम लग गया l जिसे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया पर्यटक मांग कर रहा था पुलिस के बड़े अफसरों को बुलाकर अपने। ऑनलाइन ‌ ‌‌ फ्रॉड मामले में कार्यवाही की मांग कर रहे थे । दिल्ली के जवाहर पार्क निवासी दो से तीन परिवारों ने अगोडा नामक वैबसाइट से 12 अप्रैल को नैनीताल में होटल की बुकिंग कराई। । होटल के कमरे के लिए उनसे पांच हजार रुपया प्रतिदिन मांगा गया जिसपर उन्होंने 5 दिनों के ₹25000/= रुपये जमा कर दिए।तीनों परिवार 14 तारीख को नैनीताल पहुंच गए लेकिन उन्हें ‘गो रूम गो चिनार लेक व्यू’ होटल कहीं नहीं मिला । इसपर उन्होंने हंगामा किया तो साइट वालों ने उन्हें पहले 14 को लेक व्यू होटल में रोका और फिर 15 को विनायक होटल में रोक दिया । होटल वाले ने उनकी गाड़ियाँ सड़क पर लगवा दी, जिसके बाद आज सवेरे उन्हें गाड़ी में जैमर लगा दिखा । उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस वाले ने आकर उनके साथ अभद्रता की और झील में कूद जाने को कहा । इसके अलावा उन्होंने पुलिस कर्मी पर ₹2,500/=का चालान काटने की धमकी देने का आरोप लगाया । पर्यटकों ने बताया कि इस सब घटना के लिए उन्होंने पुलिस को लिखित तहरीर दी लेकिन दिन गुजरने के बाद तक कोई कार्यवाही नहीं हुई ।शाम को हताश होकर परिवारों के साथ पहले तो पुलिस जवानों से आग्रह किया । संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने सड़क में धरना देकर प्रशासन और पुलिस को चेताना सही समझा । इनमें से एक व्यक्ति आवेश में आकरइंडिया होटल तिराहे के बीच में अपनी नन्हीं सी बच्ची के साथ लेट गया । उन्हें उठाया गया तो वो ये कहते हुए झील में कूदने दौड़ पड़े की पुलिस वाले ने उन्हें कूदने को कहा है, इस पर वहां मौजूद पर्यटकों और पुलिस के जवान ने रोक दिया । ध्यान देने की बात यह है कि जिन जिस एजेंसी ने इनको होटल मेरे को आया था उसके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए क्योंकि पर्यटकों को नहीं पता होता कि गाड़ी कहां खड़ी की जाए बरहाल मामला बढ़ते देख कर थानाध्यक्ष ने मौके पर पहुंचकर उनकी गाड़ी का पांच सौ रुपये का नकद चालान काटा । परंतु पर्यटक संतुष्ट नहीं हुए पर्यटकों ने नाराजगी जताते हुए पुलिस अफसर पुलिस अफसर से बात करने पर अड़े रहे हालांकि आश्वासन दिया गया आज शाम को बात करा देंगे l अभी तो पर्यटन सीजन शुरू ही नहीं हुआ है यह हाल है आगे चलकर क्या हाल होगाl पर्यटन पर्यटन की व्यवस्था देखनी है तो दार्जिलिंग में जाकर देखें किस तरह पुलिस का व्यवहार होता है जबकि पूरे भारत से वहां हजारों टूरिस्ट पहुंचते हैं ना कोई जाम लगता है ना कभी कोई वारदात होती है वहां का सिस्टम इतना जबरदस्त है की टूरिस्ट का बार-बार जाने का मन करता है मित्र पुलिस को एक बार दार्जिलिंग में जाकर वहां की व्यवस्था देखनी चाहिए नहीं तो रोज हो रहे ऐसे मामलों से पुलिस की छवि को खराब होगी और पर्यटक आना तो दूर रहा आने को सोचेगा भी नहीं? जबकि पुलिस अफसरों द्वारा बार-बार अपने अधीनस्थ को पाठ पढ़ाया जाता है ……

इसके बावजूद जो मामूली सी घटना थी यदि समय पर ही कार्रवाई कर ली जाती; तो यह मामला ना होता? बरहाल प्रश्न खड़ा होना होना स्वाभाविक है? अब देखना यह होगा पुलिस अफसर इस मामले को कितना गंभीरता से लेते हैं।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad