बरेली (विशेष संवाददाता )भोजीपुरा स्थित श्रीराममूर्ति स्मारक अस्पताल की लापरवाही से लाल कुआं निवासी बच्चे की जान गई । विवरण के मुताबिक 9 अप्रैल को लालकुआँ के वार्ड नम्बर 3 निवासी चन्द्रपाल का 11 वर्षीय पुत्र आंशु के अचानक दोनो पैर सुन्न हो गये जिससे वो चल नही पा रहा था परिजनो द्वारा अचानक आनन फानन में बच्चे को लेकर बरेली जिले के भोजीपुरा स्थित श्रीराममूर्ति स्मारक अस्पताल लेकर गये जहाँ डॉक्टरों द्वारा उपचार शुरू किया गया वही परिजनों के अनुसार मौके पर मौजूद चिकित्सको द्वारा बच्चे के ईलाज में लापरवाही बरतते हुए उसको अत्यधिक इंजेक्शन की डोज लगा दी जिससे बच्चे की अधिक तबियत खराब हो गई और वो बैचेन होकर तड़पने लगा वही परिजनों के अनुसार मौके पर कोई भी सीनियर डॉक्टर मौजूद नही था परिवार जनों ने आरोप लगाया है कि सीनियर डॉक्टर मौजूद नहीं था जिससे कि कंट्रोल किया जा सके जूनियर डॉक्टरों व नर्स द्वारा लापरवाही बरतते हुए समय रहते उचित ईलाज नही दिया गया जिसके बाद कई घण्टो बीत जाने के बाद सीनियर डॉक्टर द्वारा बच्चे को आकर देखा गया तब तक बहुत देर हो चुकी थीडॉक्टर द्वारा बच्चे को मृत घोषित कर दिया, समय रहते यदि बच्चे को ईलाज मिल गया होता तो शायद बच्चे की जान बच सकती थी वही ईलाज के दौरान डॉक्टरों की लापरवाही से एक मासूम की जान चली गई जिसके बाद परिजनों ने देर रात अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुँची स्थानीय पुलिस ने परिजनों को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन आक्रोशित परिजन लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है परिवार जनों का कहना है कि डॉक्टरों की लापरवाही से उनका चिराग हमेशा के लिए बुझ गयाl