बिग ब्रेकिंग उत्तराखंड विधानसभा चुनाव: ओपनिंग पोल! राजनीतिक पंडित नहीं मानते कि बीजेपी सरकार आ रही है? मतगणना को कुछ घंटे शेष पर्दा उठ जाएगा@ संभावित विजय निर्दलीयों पर दोनों दलों की पैनी निगाहें$

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हल्द्वानी (अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ)l सोमवार को विभिन्न न्यूज चैनलों ने बीजेपी व कांग्रेस को उत्तराखंड में सत्ता में आने की बात कही है दोनों ही बराबर की टक्कर दिख रही है ,,बीजेपी या कांग्रेस कोई भी पार्टी सरकार बना सकती है वही संभावित विजय होने वाले निर्दलीय प्रत्याशियों पर भी पैनी नजर रखे हुए हैं बीजेपी व कांग्रेस के दिक्कत राजनीतिक खिलाड़ी हाईकमान से सभी देहरादून पहुंच गए हैं और यहां से सत्ता का खेल की गोटिया बिछाई जाएंगीl कोई भी पार्टी रिस्क लेना नहीं चाहती है उन्हें पता है कि जरा सी भी चूक हो गई तो हाथ से सत्ता स्लिप हो जाएगी फिर हाथ मरने से क्या फायदा होगा जब चिड़िया चुग गई खेत ?इसीलिए दोनों पार्टी बिल्कुल चौकस हैl कुमायूं में सबसे अधिक सट्टा रुद्रपुर तथा खटीमा विधानसभा सीट पर लगा हुआ है वही मजेदार बात यह है कि राजनीतिक पंडित जी अपनी-अपनी अनुभव के अनुसार ओपनिंग पोल बता रहे हैं राजनीतिक पंडितों के मुताबिक उत्तराखंड में कांग्रेस को 35 से 40 सीटें आएंगी जबकि बीजेपी 22 से 27 सीटों तक सिमट जाएगीl जबकि एक सीट पर आम आदमी पार्टी तथा 2 सीटों पर बीएसपी आ सकती हैl राजनीतिक पंडितों के मुताबिक कोंग्रेस की कुमाऊं में 17 सीटें आने का दावा कर रहे हैंl वहीं दूसरी तरफ

राज्य के प्रमुख सियासी दल भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सत्ता में काबिज होने के लिए व्यापक रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों ही दल मतगणना के बाद सामने वाली आने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए अभी से पूरी तैयारियों में जुटे हुए हैं। कांग्रेस जहां फूंक-फूंक कर कदम रख रही है वहीं भाजपा भी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है।

इसी क्रम में कांग्रेस आलाकमान ने 10 मार्च को आने वाले चुनाव नतीजों के बाद उत्तराखंड में नवनिर्वाचित विधायकों को सँभालने की ज़िम्मेदारी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सीनियर कांग्रेस नेता मोहन प्रकाश को दी है. दोनों नेता बुधवार को देहरादून पहुँचेंगे. माना जा रहा है पार्टी में तोड़फोड़ ना हो उसको देखते हुए कांग्रेस के विधायकों को अन्य राज्यों में शिफ्ट किया जा सकता है
वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता केंद्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अभी हफ्ता भर और देहरादून में रहने वाले हैं ऐसे में कांग्रेस की धड़कनें बढ़ती नजर आ रही है साफ है अगर बीजेपी सत्ता में आई तो ठीक और अगर नहीं आ पाई तो कैलाश विजयवर्गीय एक्शन में आ जाएंगे वैसे भी हरीश रावत कैलाश विजयवर्गीय की देहरादून में मौजूदगी पर सवाल खड़े कर चुके हैं

सूत्र बताते हैं पार्टी आलाकमान ने कैलाश विजयवर्गीय को यह जिम्मेदारी भी दी है कि अगर बीजेपी सरकार सत्ता में आती है तो किसी भी तरीके से सीएम पद को लेकर सिर्फ फुटववल होता ना दिखे।

सूत्रों के मुताबिक मतगणना से पहले कांग्रेस मतगणना के बाद की स्थिति को लेकर अभी से सतर्क हो गई है कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता देहरादून पहुंच गए हैं ऐसे में देहरादून में कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक भी आयोजित हो चुकी है साफ है कांग्रेस बीजेपी की तैयारियों को देखकर अंदर से घबराई हुई है इसलिए कांग्रेस आलाकमान ने कई नेताओं को देहरादून भेज दिया है ताकि ऐसी कोई स्थिति बने तो उसको रोका जा सके।

बैठक में एआईसीसी द्वारा नियुक्त प्रदेश कांग्रेस पर्यवेक्षक दीपेंद्र हुड्डा व एम बी पाटिल, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, सहप्रभारी राजेश धर्माणी व दीपिका पांडे सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल, एआईसीसी सचिव ज़रिता लेतफलांग, पूर्व काबिना मंत्री यशपाल आर्य, आईटी राष्ट्रीय संयोजक सरल पटेल व अन्य रहे मौजूद ।

बीजेपी ने प्लान बी पर भी काम किया शुरू

देहरादून। विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजो के बाद पूर्ण बहुमत न मिलने की स्थिति में भाजपा ने प्लान बी पर काम शुरू कर दिया है। दून में डेरा डाले भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजय वर्गीय ने अपने अंदाज में इसका आगाज भी कर दिया है। दो मजबूत निर्दलीयों से उनकी मुलाकात हो चुकी है।
उधर, यूकेडी के देवप्रयाग प्रत्याशी दिवाकर भट्ट के प्रेस कांफ्रेंस स्थगित कर अचानक दिल्ली रवाना होने से सियासी हलचल बढ़ गई हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विजय वर्गीय ने रविवार को ही दून में डेरा जमा दिया था। तोड़फोड़ में माहिर वर्गीय के दून पहुंचने के बाद कांग्रेस अपने किलेबंदी को मजबूत करने में जुट गई

भाजपा के दिग्गज हालांकि पूर्ण बहुमत मिलने का दावा कर रहे हैं लेकिन उनके रडार पर जिताऊ निर्दलीयों के साथ ही बसपा व यूकेडी के उम्मीदवार भी हैं। सूत्रों ने बताया कि रविवार को वर्गीय की यमनोत्री के निर्दलीय प्रत्याशी संजय डोभाल और केदारनाथ के कुलदीप सिंह से मुलाकात की।
बंद कमरे में यह मुलाकात काफी लंबी चली। माना जा रहा है कि अगर भाजपा को पूर्ण बहुमत न मिला और दोनों निर्दलीय जीतने में कामयाब रहते हैं तो ऐसी स्थिति में भाजपा अभी भी उन्हें अपने पाले में लाने की जुगत में जुट गई है। डोभाल का कहना है कि बातचीत तो उनसे दोनों ही दलों के नेता कर रहे हैं। वहीं, कुलदीप रावत से संपर्क नहीं हो पाया। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक वर्गीय बसपा के कुछ मजबूत प्रत्याशियों से भी हरिद्वार में मुलाकात कर सकते हैं। …..

विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी तथा bsp कांग्रेस की कम सीटें पड़ने पर अपना समर्थन दे सकती हैl फिलहाल बीजेपी को समर्थन देने में आनाकानी कर सकती है? यह तभी संभव हो पाएगा जब दोनों दलों में दो या तीन कम होंगीl हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 60 सीटों का दावा कर रहे हैं वह हरीश रावत भी ताल ठोक कर अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे हैं कि उनकी हंड्रेड परसेंट सरकार बनने जा रही हैl 10 तारीख को बीजेपी का सूपड़ा साफ हो जाएगाl बरहाल अब देखना यह है कि 10 मार्च को जनता जनार्दन किस के सर पर मुकुट बनती है और किसकी होली जमकर बनती है और किसकी होली फीका रंग से बनती है यह सब भविष्य के गर्भ मशीनों में बंद है इसका भविष का बटन कुछ घंटों बाद खुलेगा जिसको उत्तराखंड सहित पूरे भारत की निगाहें रहेंगी l

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