बिग ब्रेकिंग देहरादून: पुलिस महकमा! शहर से लेकर गांव तक कानून व्यवस्था की कमान मातृशक्ति के हाथों में @अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष रिपोर्ट:-

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देहरादून ( अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ )।देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पुलिस महकमा महिला the command शहर से लेकर गांव तक कानून व्यवस्था की कमान मातृशक्ति के हाथों में है; चौंकिए नहीं यह सत्य है कि आज मातृशक्ति कितनी शक्तिशाली हो गई है इसका उदाहरण राजस्थानी देहरादून की पुलिस महकमे में गजब का उदाहरण मिला है। विवरण के मुताबिक एसपी सिटी, एसपी देहात, एसपी क्राइम ;दो सर्किलों में सीओ के पद पर महिलाएं तैनात हैं। इसके अलावा साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन तथा अन्य थानों में महिलाएं विभिन्न जिम्मेदारियों को संभाल रही हैं।

एसपी क्राइम : आईपीएस विशाखा भड़ाने अशोक
एसपी क्राइम विशाखा वर्ष 2018 बैच की अधिकारी हैं। तीन माह पहले ही यह जिम्मेदारी दी गई है। आईपीएस विशाखा मूलत: महाराष्ट्र के नासिक जिले की रहने वाली हैं। उन्होंने बीएएमएस की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद वह प्रैक्टिस भी करने लगीं, लेकिन इसके बाद उन्होंने यूपीएससी में भविष्य तलाशने के लिए प्रयास किया। वर्ष 2018 में उनका चयन हुआ और आईपीएस बन गईं। आईपीएस विशाखा के पिता महाराष्ट्र के शिक्षा विभाग से रिटायर हैं।

एसपी सिटी: सरिता डोभाल
सरिता डोभाल वर्ष 2005 की प्रांतीय पुलिस सेवा की अधिकारी हैं। उन्हें एसपी सिटी की जिम्मेदारी लगभग डेढ़ साल पहले मिली थी। सरिता डोभाल की ग्रेजुएशन डीएवी से हुई है। उन्होंने बीएससी गणित से की है। इसके बाद उन्होंने भविष्य संवारने के लिए सिविल सेवाओं को चुना। गहन तैयारियों के बाद उन्हें वर्ष 2005 में यह मुकाम हासिल हुआ। उत्तराखंड के पहले पीपीएस बैच में वह चुनी गईं। इससे पहले उन्होंने देहरादून में ही एसपी देहात, एसपी सीबीसीआईडी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दी हैं।

एसपी देहात: कमलेश उपाध्याय
तीन माह पहले कमलेश उपाध्याय को देहरादून का एसपी देहात बनाया गया था। इससे पहले उन्होंने हरिद्वार जनपद में एसपी सिटी और अन्य जनपदों में विभिन्न जिम्मेदारियों को संभाला है। कमलेश उपाध्याय भी उत्तराखंड के पहले पीपीएस बैच 2005 की अधिकारी हैं। वह मूल रूप से अल्मोड़ा की रहने वाली हैं। पिता सेवानिवृत्त जिला जज हैं। उपाध्याय ने नेट पास कर राजकीय डिग्री कॉलेज टिहरी में शिक्षण भी किया है। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवाओं की ओर रूख किया और कामयाबी हासिल की।

सीओ डालनवाला: जूही मनराल
जूही मनराल देहरादून में ही पली बढ़ी हैं। उनके पिता स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर पद से सेवानिवृत्त हैं। मनराल वर्ष 2017 की पीपीएस अधिकारी हैं। देहरादून में उनकी यह पहली जिम्मेदारी है। डीएसपी मनराल ने बीटेक की डिग्री हासिल की थी। लेकिन, मानव सेवा का जज्बा उन्हें पुलिस महकमे की ओर खींच लाया।

सीओ मसूरी: पल्लवी त्यागी
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की रहने वाली पल्लवी त्यागी का पहले ही सपना था कि वह सिविल सेवा को चुनें। इसके लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश पीसीएस की परीक्षा भी दी। लेकिन, चुनाव उनका 2017 में उत्तराखंड पीपीएस में हो गया। पल्लवी त्यागी वर्तमान में सीओ मसूरी की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। इससे पहले उन्होंने सीओ नेहरू कॉलोनी के रूप में भी सेवाएं दी हैं। इस प्रकार इस प्रकार आज मातृशक्ति राजधानी देहरादून में नागरिकों की सुरक्षा के लिए रात दिन सेवा दे रही है आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हमें गर्व होता है कि आज हमारी देवभूमि धरती पर मातृशक्ति परिवार की देखभाल के अलावा नागरिकों की सुरक्षा भी कर रही हैं।

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