बिग ब्रेकिंग: कपकोट (बागेश्वर) “गुरु जन'” ही निकला वन्यजीव तस्कर! ₹6500000 रुपए कीभालू की पित्त् बरामद#

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बागेश्वर; उत्तराखंड (अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ)। जब ‘गुरुजन’ ही तस्करी में लिप्त हो तो वह आने वाले अपने शिष्य को क्या भविष्य सिखाएगा? ऐसे ही एक शर्मनाक वारदात बागेश्वर के शिक्षक ने कर दिखाया है ; अब जेल के सलाखों के पीछे जीवन भर चक्की पिसा गा । विवरण के मुताबिक एक गजब का मामला सामने आया, जहां एक शिक्षामित्र वन्यजीव तस्कर निकला। मंगलवार को बागेश्वर निवासी एक युवक को चार भालू की पित्त् के साथ पकड़ा है। पकड़ा गया तस्कर पेशे से शिक्षामित्र है। पकड़े गए पित्त की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 65 लाख आंकी गई है विवरण के मुताबिक गजानकारी के अनुसार एसओजी, नाचनी पुलिस और मुनस्यारी की वन विभाग ने मुखबिर की सूचना पर चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान शक के आधार पर कक्कड़ सिंह बैंड से आगे आ रहे एक युवक दुर्गा सिंह हरकोटिया, निवासी ग्राम निकिला खलपाता थाना कपकोट जिला बागेश्वर को रोका। तलाशी में उसके पास से चार भालू के पित्त मिले। भालू की पित्त्ती मिलने पर टीम ने वन क्षेत्राधिकारी लवराज पांगती को मौके पर बुलाया और बरामद वस्तु को भालू की पित्त होने की पुष्टि कराई।पुलिस ने बताया कि दुर्गा सिंह हरकोटिया भालू की पित्त्तियों को नेपाल के रास्ते अंतरराष्ट्रीय बाजार में सप्लाई करने जा रहा था। पित्त की कीमत 65 लाख आंकी गई है। आरोपी को गिरफ्तार करते हुए उसके खिलाफ वन्य जीव जंतु संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत मुकदमा दर्ज किया। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी बागेश्वर जनपद के कपकोट में शिक्षा मित्र है। गुरुजन के पकड़े जाने से अभिभावक भी आश्चर्यचकित हैं उनका कहना है कि जो गुरुजन अपने शिष्य को भविष्य की राह दिखाता है जब गुरु ही तस्करी के कार्य में लिप्त होंगे तो वह बच्चों का क्या भविष्य सिखाएंगे?

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