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🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग
⛅ *दिनांक – 01 मार्च 2022*
⛅ दिन – मंगलवार
⛅ विक्रम संवत – 2078
⛅ शक संवत -1943
⛅ अयन – उत्तरायण
⛅ ऋतु – वसंत ऋतु
⛅ मास – फाल्गुन (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार- माघ)
⛅ पक्ष – कृष्ण
⛅ तिथि – चतुर्दशी 02 मार्च रात्रि 01:00 तक तत्पश्चात अमावस्या
⛅ नक्षत्र – श्रवण 02 मार्च रात्रि 03:48 तक तत्पश्चात शतभिषा
⛅ योग – परिघ सुबह 11:18 तक तत्पश्चात शिव
⛅ राहुकाल – शाम 03:47 से शाम 05:15 तक
⛅ सूर्योदय – 07:00
⛅ सूर्यास्त – 18:41
⛅ दिशाशूल – उत्तर दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण – महाशिवरात्रि व्रत, रात्रि- जागरण, शिव-पूजन (निशीथकाल: रात्रि 12:26 से 1:15 तक) पहर :- प्रथम शाम 6:43 से, द्वितीय: रात्रि 9:43 से, तृतीय: मध्य रात्रि 12:51 से, चतुर्थ 2 मार्च प्रातः 3:55 से)
💥 विशेष – चतुर्दशी और अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🌞 ~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞
🌷 शिवरात्रि 🌷
🙏🏻 वैसे तो भगवान शिव का अभिषेक हमेशा करना चाहिए,लेकिन शिवरात्रि(01 मार्च, मंगलवार)का दिन कुछ खास है। यह दिन भगवान शिवजी का विशेष रूप से प्रिय माना जाता है। कई ग्रंथों में भी इस बात का वर्णन मिलता है। भगवान शिव का अभिषेक करने पर उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है मनोकामना पूरी होती है। धर्मसिन्धू के दूसरे परिच्छेद के अनुसार,अगर किसी खास फल की इच्छा हो तो भगवान के विशेष शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। यहां जानिए किस धातु के बने शिवलिंग की पूजा करने से कौन-सा फल मिलता है।
1⃣ सोने के शिवलिंग पर अभिषेक करने से सत्यलोक (स्वर्ग) की प्राप्ति होती है ।
2⃣ मोती के शिवलिंग पर अभिषेक करने से रोगों का नाश होता है।
3⃣ हीरे से निर्मित शिवलिंग पर अभिषेक करने से दीर्घायु की प्राप्ति होती है ।
4⃣ पुखराज के शिवलिंग पर अभिषेक करने से धन-लक्ष्मी की प्राप्ति होती है ।
5⃣ स्फटिक के शिवलिंग पर अभिषेक करने से मनुष्य की सारी कामनाएं पूरी हो जाती हैं ।
6⃣ नीलम के शिवलिंग पर अभिषेक करने से सम्मान की प्राप्ति होती है ।
7⃣ चांदी से बने शिवलिंग पर अभिषेक करने से पितरों की मुक्ति होती है ।
8⃣ ताम्बे के शिवलिंग पर अभिषेक करने से लम्बी आयु की प्राप्ति होती है ।
9⃣ लोहे के शिवलिंग पर अभिषेक करने से शत्रुओं का नाश होता है ।
🔟 आटे से बने शिवलिंग पर अभिषेक करने से रोगों से मुक्ति मिलती है ।
1⃣1⃣ मक्खन से बने शिवलिंग पर अभिषेक करने पर सभी सुख प्राप्त होते हैं ।
1⃣2⃣ गुड़ के शिवलिंग पर अभिषेक करने से अन्न की प्राप्ति होती है ।
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💥 *
🌷 कालसर्प दोष 🌷
🙏🏻 फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 01 मार्च, मंगलवार को है। ज्योतिष के अनुसार,जिन लोगों को कालसर्प दोष है,वे यदि इस दिन कुछ विशेष उपाए करें तो इस दोष से होने वाली परेशानियों से राहत मिल सकती है।
➡ कालसर्प दोष मुख्य रूप से 12 प्रकार का होता है,इसका निर्धारण जन्म कुंडली देखकर ही किनया जा सकता है। प्रत्येक कालसर्प दोष के निवारण के लिए अलग-अलग उपाए हैं। यदि आप जानते हैं कि आपकी कुंडली में कौन का कालसर्प दोष है तो उसके अनुसार आप महाशिवरात्रि पर उपाए कर सकते हैं। कालसर्प दोष के प्रकार व उनके उपाए इस प्रकार हैं-
🐍 1.अनन्त कालसर्प दोष
-अनन्त कालसर्प दोष होने पर शिवरात्रि पर एकमुखी,आठमुखी अथवा नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
-यदि इस दोष के कारण स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है,तो महाशिवरात्रि पर रांगे(एक धातु)से बना सिक्का नदी में प्रवाहित करें।
🐍 2.कुलिक कालसर्प दोष
-कुलिक नामक कालसर्प दोष होने पर दो रंग वाला कंबल अथवा गर्म वस्त्र दान करें।
-चांदी की ठोस गोली बनवाकर उसकी पूजा करें और उसे अपने पास रखें।
🐍 3. वासुकि कालसर्प दोष
– वासुकि कालसर्प दोष होने पर रात को सोते समय सिरहाने पर थोड़ा बाजरा रखें और सुबह उठकर उसे पक्षियों को खिला दें।
– महाशिवरात्रि पर लाल धागे में तीन, आठ या नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
🐍 4. शंखपाल कालसर्प दोष
– शंखपाल कालसर्प दोष के निवारण के लिए 400 ग्राम साबुत बादाम बहते जल में प्रवाहित करें।
– महाशिवरात्रि पर शिवलिंग का दूध से अभिषेक करें।
🐍 5. पद्म कालसर्प दोष
– पद्म कालसर्प दोष होने पर महाशिवरात्रि से प्रारंभ करते हुए 40 दिनों तक रोज सरस्वती चालीसा का पाठ करें।
– जरूरतमंदों को पीले वस्त्र का दान करें और तुलसी का पौधा लगाएं।
🐍 6. महापद्म कालसर्प दोष
– महापद्म कालसर्प दोष के निदान के लिए हनुमान मंदिर में जाकर सुंदरकांड का पाठ करें।
– महाशिवरात्रि पर गरीब, असहायों को भोजन करवाकर दान-दक्षिणा दें।
🐍 7. तक्षक कालसर्प दोष
– तक्षक कालसर्प योग के निवारण के लिए 11 नारियल बहते हुए जल में प्रवाहित करें।
– सफेद कपड़े और चावल का दान करें।
🐍 8. कर्कोटक कालसर्प दोष
– कर्कोटक कालसर्प योग होने पर बटुकभैरव के मंदिर में जाकर उन्हें दही-गुड़ का भोग लगाएं और पूजा करें।
– महाशिवरात्रि पर शीशे के आठ टुकड़े नदी में प्रवाहित करें।
🐍 9. शंखचूड़ कालसर्प दोष
– शंखचूड़ नामक कालसर्प दोष की शांति के लिए महाशिवरात्रि की रात सोने से पहले सिरहाने के पास जौ रखें और उसे अगले दिन पक्षियों को खिला दें।
– पांचमुखी, आठमुखी या नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
🐍 10. घातक कालसर्प दोष
– घातक कालसर्प के निवारण के लिए पीतल के बर्तन में गंगाजल भरकर अपने पूजा स्थल पर रखें।
– चार मुखी, आठमुखी और नौ मुखी रुद्राक्ष हरे रंग के धागे में धारण करें।
🐍 11. विषधर कालसर्प दोष
– विषधर कालसर्प के निदान के लिए परिवार के सदस्यों की संख्या के बराबर नारियल लेकर एक-एक नारियल पर उनका हाथ लगवाकर बहते हुए जल में प्रवाहित करें।
– महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के मंदिर में जाकर यथाशक्ति दान-दक्षिणा दें।
🐍 12. शेषनाग कालसर्प दोष
– शेषनाग कालसर्प दोष होने पर महाशिवरात्रि की पूर्व रात्रि को लाल कपड़े में थोड़े से बताशे व सफेद फूल बांधकर सिरहाने रखें और उसे अगले दिन सुबह उन्हें नदी में प्रवाहित कर दें।
– महाशिवरात्रि पर गरीबों को दूध व अन्य सफेद वस्तुओं का दान करें।
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🌷 महाशिवरात्रि 🌷
🙏🏻 अर्ध रात्रि की पूजा के लिये स्कन्दपुराण में लिखा है कि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को ‘निशिभ्रमन्ति भूतानि शक्तयः शूलभृद यतः । अतस्तस्यां चतुर्दश्यां सत्यां तत्पूजनं भवेत् ॥’ अर्थात् रात्रिके समय भूत, प्रेत, पिशाच, शक्तियाँ और स्वयं शिवजी भ्रमण करते हैं; अतः उस समय इनका पूजन करने से मनुष्य के पाप दूर हो जाते हैं । शिवपुराण में आया है “कालो निशीथो वै प्रोक्तोमध्ययामद्वयं निशि ॥ शिवपूजा विशेषेण तत्काले ऽभीष्टसिद्धिदा ॥ एवं ज्ञात्वा नरः कुर्वन्यथोक्तफलभाग्भवेत्” अर्थात रात के चार प्रहरों में से जो बीच के दो प्रहर हैं, उन्हें निशीधकाल कहा गया हैं | विशेषत: उसी कालमें की हुई भगवान शिव की पूजा अभीष्ट फल को देनेवाली होती है – ऐसा जानकर कर्म करनेवाला मनुष्य यथोक्त फलका भागी होता है |
🙏🏻 चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव हैं। अत: ज्योतिष शास्त्रों में इसे परम कल्याणकारी कहा गया है। वैसे तो शिवरात्रि हर महीने में आती है। परंतु फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि कहा गया है। शिवरहस्य में कहा गया है ।
🌷 “चतुर्दश्यां तु कृष्णायां फाल्गुने शिवपूजनम्। तामुपोष्य प्रयत्नेन विषयान् परिवर्जयेत।। शिवरात्रि व्रतं नाम सर्वपापप्रणाशनम्।”
🙏🏻 शिवपुराण में ईशान संहिता के अनुसार “फाल्गुनकृष्णचतुर्दश्यामादिदेवो महानिशि। शिवलिंगतयोद्भूत: कोटिसूर्यसमप्रभ:॥” अर्थात फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी की रात्रि में आदिदेव भगवान शिव करोडों सूर्यों के समान प्रभाव वाले लिंग रूप में प्रकट हुए इसलिए इसे महाशिवरात्रि मानते हैं।
🙏🏻 शिवपुराण में विद्येश्वर संहिता के अनुसार शिवरात्रि के दिन ब्रह्मा जी तथा विष्णु जी ने अन्यान्य दिव्य उपहारों द्वारा सबसे पहले शिव पूजन किया था जिससे प्रसन्न होकर महेश्वर ने कहा था की “आजका दिन एक महान दिन है | इसमें तुम्हारे द्वारा जो आज मेरी पूजा हुई है, इससे मैं तुम लोगोंपर बहुत प्रसन्न हूँ | इसीकारण यह दिन परम पवित्र और महान – से – महान होगा | आज की यह तिथि ‘महाशिवरात्रि’ के नामसे विख्यात होकर मेरे लिये परम प्रिय होगी | इसके समय में जो मेरे लिंग (निष्कल – अंग – आकृति से रहित निराकार स्वरूप के प्रतीक ) वेर (सकल – साकाररूप के प्रतीक विग्रह) की पूजा करेगा, वह पुरुष जगत की सृष्टि और पालन आदि कार्य भी कर सकता हैं | जो महाशिवरात्रि को दिन-रात निराहार एवं जितेन्द्रिय रहकर अपनी शक्ति के अनुसार निश्चलभाव से मेरी यथोचित पूजा करेगा, उसको मिलनेवाले फल का वर्णन सुनो | एक वर्षतक निरंतर मेरी पूजा करनेपर जो फल मिलता हैं, वह सारा केवल महाशिवरात्रि को मेरा पूजन करने से मनुष्य तत्काल प्राप्त कर लेता हैं | जैसे पूर्ण चंद्रमा का उदय समुद्र की वृद्धि का अवसर हैं, उसी प्रकार यह महाशिवरात्रि तिथि मेरे धर्म की वृद्धि का समय हैं | इस तिथिमे मेरी स्थापना आदि का मंगलमय उत्सव होना चाहिये |
🙏🏻 तिथितत्त्व के अनुसार शिव को प्रसन्न करने के लिए महाशिवरात्रि पर उपवास की प्रधानता तथा प्रमुखता है क्योंकि भगवान् शंकर ने खुद कहा है – “न स्नानेन न वस्त्रेण न धूपेन न चार्चया। तुष्यामि न तथा पुष्पैर्यथा तत्रोपवासतः।।” ‘मैं उस तिथि पर न तो स्नान, न वस्त्रों, न धूप, न पूजा, न पुष्पों से उतना प्रसन्न होता हूँ, जितना उपवास से।’
🙏🏻 स्कंदपुराण में लिखा है “सागरो यदि शुष्येत क्षीयेत हिमवानपि। मेरुमन्दरशैलाश्च रीशैलो विन्ध्य एव च॥ चलन्त्येते कदाचिद्वै निश्चलं हि शिवव्रतम्।” अर्थात् ‘चाहे सागर सूख जाये, हिमालय भी क्षय को प्राप्त हो जाये, मन्दर, विन्ध्यादि पर्वत भी विचलित हो जाये, पर शिव-व्रत कभी निष्फल नहीं हो सकता।’ इसका फल अवश्य मिलता है।
🙏🏻 ‘स्कंदपुराण’ में आता है “परात्परं नास्ति शिवरात्रि परात्परम् | न पूजयति भक्तयेशं रूद्रं त्रिभुवनेश्वरम् | जन्तुर्जन्मसहस्रेषु भ्रमते नात्र संशयः||” ‘शिवरात्रि व्रत परात्पर (सर्वश्रेष्ठ) है, इससे बढ़कर श्रेष्ठ कुछ नहीं है | जो जीव इस रात्रि में त्रिभुवनपति भगवान महादेव की भक्तिपूर्वक पूजा नहीं करता, वह अवश्य सहस्रों वर्षों तक जन्म-चक्रों में घूमता रहता है |’
🙏🏻 ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार एकादशी को अन्न खाने से पाप लगता है और शिवरात्रि, रामनवमी तथा जन्माष्टमी के दिन अन्न खाने से दुगना पाप लगता है। अतः महाशिवरात्रि का व्रत अनिवार्य है।
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🌞 ~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻 जिनका आज जन्मदिन है उन को हार्दिक शुभकामनाएं और शुभ आशीष
दिनांक 1 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 1 होगा। आपका मूलांक सूर्य ग्रह के द्वारा संचालित होता है। आप अत्यंत महत्वाकांक्षी हैं। आपकी मानसिक शक्ति प्रबल है। आपको समझ पाना बेहद मुश्किल है। आप आशावादी होने के कारण हर स्थिति का सामना करने में सक्षम होते हैं। आप सौन्दर्यप्रेमी हैं।
आपमें सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला आपका आत्मविश्वास है। इसकी वजह से आप सहज ही महफिलों में छा जाते हैं। आप शाही प्रवृत्ति के हैं। आपको किसी और का शासन पसंद नहीं है। आप साहसी और जिज्ञासु हैं।
शुभ दिनांक : 1, 10, 19, 28
शुभ अंक : 1, 10, 19, 28, 37, 46, 55, 64, 73, 82
शुभ वर्ष : 2026, 2044, 2053, 2062
ईष्टदेव : सूर्य उपासना तथा मां गायत्री
शुभ रंग : लाल, केसरिया, क्रीम
कैसा रहेगा यह वर्ष
पदोन्नति के योग हैं। बेरोजगारों के लिए भी खुशखबर है इस वर्ष आपकी मनोकामना पूरी होगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष उत्तम रहेगा। पारिवारिक मामलों में महत्वपूर्ण कार्य होंगे। अविवाहितों के लिए सुखद स्थिति बन रही है। विवाह के योग बनेंगे। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम हैं। यह वर्ष आपके लिए अत्यंत सुखद रहेगा। अधूरे कार्यों में सफलता मिलेगी
साप्ताहिक राशिफल
(28 फरवरी से 06 मार्च)
मेष
मेष राशि के जातकों को इस सप्ताह परिश्रम का पूरा फल मिलेगा। आपको कार्यक्षेत्र में सीनियर और जूनियर दोनों ही खूब सहयोग करेंगे, जिससे आपके काम सफल होंगे और और आपका मान सम्मान बढ़ेगा। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में परिस्थितियां आपे अनुकूल बनेंगी। संभव है कि आपके विरोधी आपके आगे घुटने टेकते हुए समझौते को तैयार हो जाएं। भौतिक सुख-सुविधाओं से जुड़ी किसी प्रिय चीज का क्रय कर सकते हैं। कारोबार में मनचाहा लाभ होगा और उसमें बढ़ोत्तरी के योग बनेंगे। आश्चर्यजनक रूप से बाजार में फंसा धन निकालने का रास्ता निकल आएगा। सप्ताह के अंत तक मित्रों या फिर परिवार के संग कहीं घूमने-फिरने का भी प्रोग्राम बन सकता है। जिन लोगों का विवाह नहीं हुआ है, उनके लिए अच्छे रिश्ते आ सकते हैं। वहीं जो लोग पहले से प्रेम संबंध में हैं, उनके रिश्ते प्रेम और विश्वास बढ़ेगा। संभव है कि परिजन आपके प्रेम संबंध पर शादी की मुहर लगा दें। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी।
उपाय : प्रतिदिन हनुमान जी की दर्शन एवं पूजन करें। मंगलवार के दिन विशेष रूप से सुंदरकांड का पाठ करें।
वृष
वृष राशि के जातक खुद को पूरे सप्ताह उर्जा और आत्मविश्वास से भरा हुआ पाएंगे। कार्यक्षेत्र में आपकी योग्यता और काम करने की क्षमता का आपके विरोधी भी लोहा मानेंगे। नौकरीपेशा के लिए यह समय अत्यंत ही शुभ है। जो लोग लंबे समय से मनचाही जगह पर ट्रांसफर या फिर जिम्मेदारी पाने की राह तक रहे थे, उनकी मनोकामना इस सप्ताह पूरी हो सकती है। कारोबार के सिलसिले में की जाने वाली यात्रा शुभ और लाभदायी साबित होगी। किसी मित्र या प्रभावी व्यक्ति की मदद से सत्ता-सरकार से लाभ के योग भी बनेंगे। किसी सरकारी आदेश से लाभ प्राप्ति के योग रहे हैं। घर-परिवार से जुड़े किसी बड़े फैसले को लेते समय परिजन आपका पूरा सहयोग करेंगे। सप्ताह के उत्तरार्ध में धार्मिक-सामाजिक मामलों में सहभागिता बनी रहेगी। परिवार के संग तीर्थयात्रा या फिर किसी मांगलिक उत्सव में शामिल होने का अवसर प्राप्त होगा। प्रेम संबंध में मजबूती आएगी और लव पार्टनर से नजदीकियां बढ़ेंगी। दांपत्य जीवन सुखमय बना रहेगा।
उपाय : प्रतिदिन शक्ति की साधना विधि विधान से करें और कार्य विशेष में सफलता पाने के लिए किसी कन्या का आशीर्वाद लेकर घर से निकलें।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों को इस सप्ताह इस बात का पूरा ख्याल रखना होगा कि आपकी बात से ही बात बनेगी और आपकी बात से ही बात बिगड़ेगी। ऐसे में अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें और लोगों के साथ विनम्रता से पेश आएं। सप्ताह की शुरुआत में किसी के साथ अहम का टकराव हो सकता है, जिसके चलते आपको बेवजह की परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। घर-परिवार हो या फिर आपका कार्यक्षेत्र छोटी-मोटी बातों को तूल देने से बचें। भूमि-भवन से जुड़े विवाद को कोर्ट-कचहरी से बाहर निबटाना उचित रहेगा। सप्ताह के मध्य में अचानक से कामकाज के सिलसिले में लंबी या छोटी दूरी की यात्रा संभव है। यात्रा सुखद एवं नए संबंधों को बनाने वाली होगी, जिनके जरिए भविष्य में लाभ की योजनाएं बनेंगी। इस सप्ताह आपकी अपने लव पार्टनर या फिर जीवनसाथी के साथ किसी बात को लेकर अनबन होने की आशंका है। ऐसे में यदि आप प्रेम संबंध में है तो अपने लव पार्टनर की निजी जीवन में ज्यादा दखलंदाजी से बचें। इसी प्रकार यदि आप शादीशुदा हैं तो अपने जीवनसाथी के साथ किसी भी मसले को विवाद की बजाय संवाद से सुलझाने का प्रयास करें। परिवार में किसी बुजुर्ग की सेहत को लेकर चिंता बनी रहेगी।
उपाय : प्रतिदिन हनुमत साधना करें और हनुमान चालीसा का सात बार पाठ करें।
कर्क राशि के राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह शुभता और सौभाग्य लिए हुए है। सप्ताह की शुरुआत में आपको करियर और कारोबार में आगे बढ़ने के लिए सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे। यह समय अपने विरोधियों पर विजय पाने की दृष्टि से भी अनुकूल रहेगा। नौकरीपेशा लोगों को कोई शुभ समाचार मिल सकता है। मनचाही जगह पर तबादले या फिर पदोन्नति संभव है। सप्ताह के मध्य तक संतान पक्ष से जुड़ा कोई शुभ समाचार भी प्राप्त हो सकता है। जिससे घर-परिवार में खुशियों का माहौल बना रहेगा। आय के नये स्रोत बनेंगे। जिससे आपके संचित धन में वृद्धि होगी। किसी सरकारी एजेंसी आदि का अपेक्षित सहयोग प्राप्त हो सकता है। व्यापारी वर्ग को पूर्व में किए गए धन निवेश से लाभ प्राप्त होगा। आर्थिक एवं पारिवारिक मामलों में शुभ समाचारों की प्राप्ति होने से हर्ष का अनुभव होगा। उत्सव, समारोह आदि में भाग लेने के अवसर आएंगे। प्रेम संबंध मजबूत होंगे और लव पार्टनर के साथ बेहतर समय बिताने के अवसर प्राप्त होंगे। वैवाहिक जीवन सुखमय बना रहेगा। ससुराल पक्ष से सम्मान और सहयोग मिलेगा।
उपाय : प्रतिदिन स्नान के बाद शिवलिंग का दर्शन एवं पूजन करें। रुद्राष्टकं का नित्य पाठ भी करें।
सिंह
सिंह राशि के जातकों को इस सप्ताह अपनी सेहत और संबंधों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। सप्ताह की शुरुआत में ही किसी प्रियजन के साथ किसी बात को लेकर अनबन आपके तनाव का बड़ा कारण बन सकती है। कार्यक्षेत्र में भी वरिष्ठ अधिकारियों के गुस्से का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में अपने कामकाज के प्रति किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें, जिससे जुड़ी कोई गलती के चलते आपको शर्मिंदा होना पड़े। कार्यक्षेत्र में आपको अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि आपके विरोधी आपके काम में अड़ंगे डालने की कोशिश कर सकते हैं। कारोबारियों को इस सप्ताह किसी ऐसी जगह धन निवेश करने से बचना चाहिए जहां नुकसान उठाने का जोखिम शामिल हो। यदि आपकी लव पार्टनर के साथ अनबन चल रही है तो चीजों को सुलझाने के लिए बजाय किसी मध्यस्थ के सीधे बात करना उचित रहेगा। यदि एक कदम पीछे करने से रिश्ते को आगे बढ़ाने की उम्मीद जागती है तो इसमें पीछे मत रहिएगा, अन्यथा बाद में आपको पछताना पड़ सकता है। संघर्ष भरे समय में जीवनसाथी आपके साथ परछाईं की तरह बना रहेगा।
उपाय : उगते हुए सूर्यदेव को तांबे के लोटे से जल दें और आदित्य हृदय स्तोत्र का तीन बार पाठ करें।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह मिलाजुला साबित होने जा रहा है। इस सप्ताह आपको अपने जीवन से जुड़ी तमाम चीजें कभी बनती तो किसी कारणवश अटकती नजर आएंगी। सप्ताह की शुरुआत में नौकरीपेशा लोगों पर कामकाज का अतिरिक्ति बोझ आ सकता है। हालांकि आप अपने सहयोगियों की मदद से से इसे समय पर पूरा करने में कामयाब हो जाएंगे। कार्यक्षेत्र में हास के दौरान इस बात का पूरा ध्यान रखें कि वह किसी के उपहास का कारण न बनने पाए, अन्यथा इसके चलते कोई आपका अपना आपसे दूर हो सकता है। भूमि-भवन के क्रय-विक्रय से जुड़ा कोई मामला अटक जाने से आपकी परेशानी बढ़ सकती है। सप्ताह के उत्तरार्ध में कारोबार के सिलसिले में आपको लंबी या छोटी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है। यात्रा शुभ और लाभदायक होगी। इस दौरान विदेश से जुड़े कामकाज करने वालों को विशेष लाभ हो सकता है। प्रेम संबंधों में पड़े लोगों के बीच इस सप्ताह खट्टी-मीठी नोंक-झोंक चलती रहेगी। लव पार्टनर के साथ मुलाकात या फिर कम समय बिता पाने के मन थोड़ा उचटा रहेगा। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। जीवनसाथी के साथ हंसी-खुशी पल बिताने के अवसर प्राप्त होंगे।
उपाय : प्रतिदिन गणपति की पूजा में दूर्वा और लड्डू चढ़ाकर पूजा करें। गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।
तुला
तुला राशि के जातकों को इस सप्ताह दूसरों के फटे में टांग अड़ाने की बजाय अपने काम पर फोकस करने की जरूरत रहेगी, अन्यथा न सिर्फ आपका काम बल्कि आपका मान-सम्मान भी प्रभावित होगा। किसी के मामले में बेवजह टांग अड़ाने या फिर झूठी गवाही देने की बिल्कुल कोशिश न करें। किसी भी विवाद से बचने के लिए वाणी पर संयम बनाए रखें। नौकरीपेशा लोगों के लिए समय मध्यम फलप्रद बना हुआ है। काम-काज की अधिकता कारण आप खुद को तनाव या फिर थका हुआ पाएंगे। कामकाजी महिलाओं के लिए घर और आफिस में सामंजस्य बिठाने में थोड़ी मुश्किलें आ सकती हैं। इस सप्ताह आय के मुकाबले व्यय की अधिकता बनी रहेगी। इस सप्ताह घर, वाहन या फिर किसी सामान की मरम्मत में ज्यादा धन खर्च हो जाने पर मन खिन्न रहेगा। प्रेम सम्बन्ध की दृष्टि से यह सप्ताह आपके लिए मिश्रित फलदायक रह सकता है। आपकी लव स्टोरी में किसी तीसरे व्यक्ति की इंट्री आपकी तनाव का कारण बन सकती है। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी, हालांकि जीवनसाथी की सेहत को लेकर मन थोड़ा चिंतित रहेगा।
उपाय : शुक्रवार के दिन पानी में थोड़ा सा दूध मिलाकर स्नान करें और बुजुर्ग महिलाओं को प्रसन्न रखकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के लिए यह सप्ताह शुभता और लाभ लिए हुए है। सप्ताह की शुरुआत में हाी आपको करिअर सम्बन्धी शुभ समाचारों की प्राप्ति संभव है। कार्य विशेष को लिए किए गये सारे प्रयास सफल होंगे। इस दौरान आपकी धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों को लेकर अधिक व्यस्तता रह सकती है। आपका धन और समय दोनों ही इन चीजों में खर्च हो सकता है। घर में कोई मांगलिक कार्य संपन्न हो सकता है। विद्यार्थी वर्ग के लिए यह सप्ताह उत्तम और फलदायक साबित होगा। परीक्षा प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे छात्रों को इस सप्ताह कोई सुखद समाचार मिल सकता है। रोजी-रोजगार की दिशा में किए गये सारे प्रयास सफल होंगे। कॅरिअर से सम्बन्धित किसी बड़ी उपलब्धि के अर्जित होने से घर में खुशियों का माहौल बना रहेगा। कारोबार में मनचाहा लाभ प्राप्त होगा और उसके विस्तार के योग बनेंगे। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी और आपसी विश्वास बढ़ेगा। जीवनसाथी के साथ बेहतर तालमेल बना रहेगा।
उपाय : प्रतिदिन हनुमत उपासना करें और मंगलवार के दिन श्री संकटमोचक हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाएं।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह नए अवसर और ढेर सारी सफलताओं का कारण बनने जा रहा है। जो लोग लंबे समय से रोजी-रोजगार के लिए भटक रहे थे, उनकी तलाश इस सप्ताह खत्म हो जाएगी। मनचाहा करिअर या कारोबार सेट हो जाने आप सुकून महसूस करेंगे। किसी प्रभावी व्यक्ति की मदद से सत्ता-सरकार से जुड़े कार्य को निबटाने में आप कामयाब होंगे। सुख-सुविधा से जुड़ी किसी प्रिय वस्तु के खरीद कर आने से घर के लोगों में खुशी का माहौल रहेगा। व्यापारी वर्ग के लिए समय लाभकारी बना हुआ है। पूर्व में किसी योजना में किया गया निवेश आपके बड़े लाभ का कारण बनेगा। इस सप्ताह पारिवारिक एवं धार्मिक मामलों में आपकी सक्रियता बनी रह सकती है। तीर्थयात्रा आदि के योग भी बन रहे हैं। घर में मांगलिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार होगी। प्रेम प्रसंगों में अनुकूल फलों की प्राप्ति के योग हैं। यदि आप किसी को प्रपोज करने जा रहे हैं तो आपकी बात संभवत: बन जाएगी। दांपत्य जीवन सुखमय बना रहेगा और जीवनसाथी के हंसी-खुशी पल बिताने के कई मौके मिलेंगे।
उपाय : प्रतिदिन लक्ष्मीनारायण की पूजा और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और केसर का तिलक प्रसाद स्वरूप माथे पर धारण करें।
मकर
इस सप्ताह मकर राशि के जातकों को जीवन से जुड़ी बड़ी परेशानियों से उबारने वाला होगा। सप्ताह की शुरुआत में किसी महिला मित्र की मदद से आप कामकाज से जुड़ी बड़ी दिक्कत को दूर करने में कामयाब हो जाएंगे। कामकाज में अपेक्षित प्रगति से सन्तोष का अनुभव होगा। किसी स्थान विशेष से आकस्मिक धन प्राप्ति की सम्भावना बन रही है। बाजार में फंसा धन अप्रत्याशित रूप से निकल आएगा। वाणी और व्यवहार की कुशलता से आप अपने करियर और कारोबार में मनचाही प्रगति कर पाने में कामयाब होंगे। यदि परिजनों के साथ किसी बात को लेकर मनमुटाव चल रहा तो आपकी एक छोटी सी पहल संबंधों को सुधारने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी और पुरानी बातों को भुलाकर आगे बढ़ने पर सब कुछ चीजें एक बार फिर से पटरी पर आ जाएंगी। इस दौरान आपको विभिन्न स्रोतों से आर्थिक लाभ मिल सकता है। पूर्व में किए गए निवेश से आपको इस दौरान अच्छा लाभ मिलने की संभावना बन रही है। प्रेम संबंध में आपसी विश्वास और मजबूती बढ़ेगी। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी।
उपाय : संकटमोचक हनुमान जी की प्रतिदिन विधि विधान से साधना आराधना करें और शनिवार के दिन शनि संबंधी चीजों का दान करें।
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह सामान्य रहने वाला है। सप्ताह की शुरुआत में भूमि-भवन से जुड़ी समस्याएं सामने आएंगी, लेकिन आप अपनी सूझ-बूझ से उनका हल निकालने में कामयाब हो जाएंगी। कार्यक्षेत्र में सीनियर के सहयोग से आप अपने विरोधियों को करारा जवाब देने में सफल होंगे। घर में नवीन वस्तुओं के आगमन के योग हैं। आय के स्रोतों से जुड़ी सभी परेशानियां दूर होंगी। आकस्मिक धन प्राप्ति की सम्भावना है। पूर्व में किए गए निवेश से लाभ हो सकता है। प्रेम – प्रसंगों में मधुरता आएगी। व्यापारी वर्ग को अपने व्यवसाय से सन्तोष का अनुभव होगा। कारोबार में लाभ और विस्तार होगा। किसी महिला मित्र की मदद से प्रेम संबंधों में उपजी गलतफहमियों को दूर करने में कामयाब होंगे और आपकी लव लाइफ एक बार फिर से पटरी पर आ जाएगी। दांपत्य जीवन में जीवनसाथी के साथ सुखद पल बिताने के खूब अवसर प्राप्त होंगे। जीवनसाथी के साथ लंबी या छोटी दूरी की यात्रा भी संभव है। सेहत की दृष्टि से यह समय आपके लिए शानदार रहने वाला है।
उपाय : भगवान शिव की पूजा में प्रतिदिन बेल या फिर शमी पत्र चढ़ाकर पूजा करें और शनिवार के दिन किसी दिव्यांग व्यक्ति को उसकी जरूरत से जुड़ी चीजें दान करें।
मीन
मीन राशि के जातकों को इस सप्ताह जोश में आकर होश खोने से बचना चाहिए,अन्यथा बने बनाए काम के अटक जाने से आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र में अपने गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें और अपनी योजनाओं को अमल में लाने के पहले उसका ढिंढोरा पीटने या फिर स्वयं का गुणगान करने से बचें। जीवन में आने वाली किसी भी तरह की परेशानी के बीच स्वयं के भीतर सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने का प्रयत्न करें। आप पाएंगे कि आपकी सहजता और सरलता आपके सभी काम को बनाने में कितनी मददगार साबित हो रही है। वाहन धीरे चलाएं और किसी भी नियम-कानून का उल्लंघन करने से बचें, अन्यथा बेवजह का शारीरिक एवं मानसिक कष्ट झेलना पड़ सकता है। सप्ताह की शुरुआत में व्यापार में थोड़ा-बहुत उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है, हालांकि सप्ताह के उत्तरार्ध तक सब कुछ आपके मन मुताबिक होता नजर आएगा और लाभ की प्राप्ति होगी। प्रेम संबंध में आपसी विश्वास बढ़ेगा और लव पार्टनर के साथ सुखद समय व्यतीत करेंगे। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी।
उपाय : प्रतिदिन उगते हुए सूर्यदेव को जल दें और भगवान विष्णु की पीले फूल और फल से पूजा करें