हल्द्वानी (अशोक गुलाटी एडिटर इन चीफ)। कुमाऊं की वीआईपी सीट मैं हल्द्वानी में कई वर्षों तक)। एकछत्र राज्य डॉक्टर स्वर्गीय डॉ इंदिरा हरदेश का रहा उनके कार्यकाल में सभी को इंसाफ मिलता था कड़क आवाज जनता के लिए 24 घंटे उनके दरवाजे खुले रहते थे इतिहास में शायद ऐसा पहला विधायक व मंत्री होगा जिसके लिए कोई भी रोक रोक नहीं थी कोई भी सामान्य व्यक्ति सीधा उनके आवास के कमरे में पहुंच जाता था इस चुनाव में जनता उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देख रही थी कि कांग्रेस की सरकार आएगी और डॉक्टर इंदिरा हरदेश मुख्यमंत्री बनेगी परंतु ऊपर वाले को और कुछ मंजूर था आज उनके पुत्र सुमित हृदेश ने नामांकन करते समय उनकी आंखें भर गई मां मां की तस्वीर सीने में लगाकर नमक नामांकन करने पहुंचे थे पर्चा दाखिल करते समय अपनी मां की तस्वीर टेबल पर रखी हुई थी जिसे देखकर अधिकारी भी आश्चर्यचकित रह गई । श्री हर देश के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और परिवार के साथ नामांकन करने पहुंचे। उस समय सभी भावुक हो गए जब कांग्रेस नेता सभी के हाथ में कद्दावर नेता रह चुकी स्वर्गीय इंदिरा जीकी फ़ोटो थी, जिसे देख वहां कांग्रेस के कार्यकर्ता भावुक हो गए। देवभूमि माया एडिटर इन चीफ- अशोक गुलाटी से बातचीत करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी सुमित ने कहा आज अपनी मां के बिना प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर रहा हूं मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि आज बिना मां के नामांकन करूंगा जब भी मां जीवित होती तो आज उनका नामांकन होता परंतु अब मैं उनके उद्देश उनके दिखाए मार्ग पर चलकर हल्द्वानी वासी का सपना पूरा करूंगा। लोगों को यह लगेगा ही नहीं कि आज मेरी मां जीवितनहीं है, उनके सपनों को हर कीमत पर जनता के आशीर्वाद से पूरा करूंगा।
उन्होंने प्रत्याशी बनाए जाने पर हाई कमांड का धन्यवाद दीया और कहां कांग्रेस पार्टी ने उनकी मां की मां की तरह प्यार व आशीर्वाद दिया है। उन पर पर भरोसा जताते हुए उन्हें हल्द्वानी से प्रत्याशी बनाया है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस पूरे राज्य के अंदर पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ रही है, वही हल्द्वानी से जोगेंद्र रौतेला को प्रत्याशी बनाए जाने पर सुमित ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन तो हल्द्वानी में ट्रिपल इंजन की सरकार के रूप में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार कोबिट-19 के समय सरकार का मिसमैनेजमेंट, बेरोजगारी, महंगाई, पलायन जैसे अहम मुद्दे हैं, जिनको लेकर जनता के बीच जाने का काम किया जा रहा है।