पद्मश्री से सम्मानित और इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर के संस्थापक मेजर एच.पी.एस. अहलूवालिया का शुक्रवार शाम निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे।
एक बयान में कहा गया है कि अहलूवालिया एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी, एक प्रशिक्षित पर्वतारोही, लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता थे, जिन्होंने खेल, पर्यावरण और सामाजिक कार्यों सहित विभिन्न क्षेत्रों में काफी योगदान दिया।
गौरतलब है किएक पेशेवर पर्वतारोही के रूप में, वह माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाले शुरुआती भारतीयों में से एक थे। उन्होंने अपनी आत्मकथा ‘हायर दैन एवरेस्ट’ सहित 13 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं।
मेजर अहलूवालिया भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन और दिल्ली पर्वतारोहण एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे थे।
उन्हें देश के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों – पद्म भूषण, पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था। उनके परिवार में पत्नी भोली अहलूवालिया और बेटी सुगंध अहलूवालिया हैं।