देहरादून ,(विशेष संवाददाता) उत्तराखंड 46 ००ग्रेड पे मामले को लेकर लेकर पुलिसकर्मियों का इच्छुक निवृत्ति के आवेदन भेजने का क्रम आज सोमवार को भी जारी है। अब तक चंपावत जिले से छह पुलिसकर्मियों की अर्जी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है। उधर हरिद्वार में पुलिसकर्मियों ने चुनाव ड्यूटी का बहिष्कार करने की चेतावनी दे डाली है। इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों की पत्नियों ने भी मोर्चा संभालते हुए इस विधानसभा चुनावों में भाजपा को हराने और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ प्रचार करने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि धामी जहां से भी चुनाव लड़ेंगे पुलिसकर्मियों के परिजन वहां जाकर धामी के खिलाफ प्रचार करेंगे। गौरतलब है कि 4600 ग्रेड पे की मांग पूरी ना होने पर पुलिसकर्मियों में नाराजगी पनप रही है। हरिद्वार के ऋषिकुल मैदान पर इकट्ठा हुए नाराज पुलिसकर्मियों ने दो-दो लाख रुपये वापस लौटाने का फैसला लिया। पुलिसकर्मियों का कहना है कि उन्हें भीख नहीं, बल्कि अपना हक चाहिए। इस बीच कुछ पुलिसकर्मियों ने चुनाव ड्यूटी का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी। वहीं, इंटरनेट मीडिया पर भी यह मामला तूल पकड़ता रहा है। रविवार को 2001 बैच के पुलिसकर्मी ऋषिकुल क्षेत्र में इकट्ठा हुए और तय किया कि ग्रेड पे के बदले में सरकार ने उन्हें दो-दो लाख रुपये की जो एकमुश्त रकम दी है, उसे लौटाया जाएगा।पुलिसकर्मियों का कहना है कि वह सरकार से भीख नहीं मांग रहे हैं, बल्कि उन्हें अपना हक चाहिए। वहीं, फेसबुक और व्हाटसएप पर भी नाराज सिपाही और उनके परिजन मोर्चा संभाले हुए हैं। उन्होंने ‘बायकॉट भाजपा’ के नाम से एक मुहिम छेड़दी है, जिसमें पुलिसकर्मी अपने रिश्तेदारों और परिचितों से आगामी चुनाव में भाजपा को वोट ना देने की अपील कर रहे हैं। इस पूरे मामले को लेकर अधिकारी अलर्ट हो गए हैं।दूसरी ओर पुलिसकर्मियों की पत्नियों से मीडिया से बात करते हुए साफ कहा कि भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। उन्हें भीख नहीं अपने पतियों का अधिकारी चाहिए। उनका साफ कहना है कि धामी जहां से भी चुनाव लड़ेंगे पुलिसकर्मियों के परिवार वहां जाकर उनके खिलाफ लोगों को समझाएंगे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा के प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव प्रचार किया जाएगा।